योजना पर पलीता: मनरेगा के करीब दो हजार मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी

मनरेगा के करीब दो हजार मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी
  • मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी
  • मनरेगा के करीब दो हजार मजदूर निराश

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. पिछले तीन माह से सामाजिक वनीकरण के मनरेगा मजदूरों को मजदूरी न मिलने से जिले के लगभग 2 हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के घर दीपावली पर भी अंधेरा रहेगा। इन मजदूरों को शासन द्वारा दीपावली पर्व पर भी मजदूरी नहीं मिलेगी। इसका मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि शासन ने मजदूरों को मजदूरी देने के लिए निधि जमा नहीं की है। यहां बता दें कि जिले में सामाजिक वनीकरण विभाग की ओर से पौधारोपण कर तीन वर्षों तक पौधों का संरक्षण कर उन्हें जीवित रखने का काम किया जाता है। इसके लिए मनरेगा के तहत मजदूरों को काम पर लिया जाता हैं। मनरेगा विभाग की ओर से बताया जाता है कि 15 दिनों के बाद मजदूरों के खातों में मजदूरी की राशि जमा की जाती है, लेकिन किए गए वादे बेकार साबित हो रहे हैं। जिले में लगभग 2 हजार से अधिक मजदूर पौधों का राेपण कर उनका संवर्धन कर रहे हैं।

शासन की ओर से 273 रूपए मजदूरी मजदूरों को दी जाती है, लेकिन पिछले तीन माह से मजदूरों के खातों में मजदूरी की राशि जमा ही नहीं की गई है। मजदूरों का कहना है कि दीपावली का त्यौहार सिर पर है, चार दिन के बाद दीपावली उत्सव प्रत्येक घरों में मनाया जाएगा। लेकिन घर में एक भी पैसा नहीं होने के कारण उपरोक्त मजदूरों के परिवार दीपावली कैसे मनाएंगे यह समस्या निर्माण हो गई है। सावकारों से उधारी लेकर ही दीपावली उत्सव मनाने की नौबत आन पड़ी है।

निधि ही जमा नहीं हुई

चंदन बटवे, राउंड ऑफिसर, सामाजिक वनीकरण के मुताबिक मनरेगा के मजदूरों के माध्यम से पौधारोपण कर उनका संवर्धन किया जा रहा हंै। लेकिन पिछले ढाई माह से मजदूरों के खातों में मजदूरों की राशि इसलिए जमा नहीं की गई कि शासन की ओर से निधि उपलब्ध कराई नहीं गई हंै। इस संदर्भ में संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर निधि उपलब्ध कराने की जानकारी दी गई हैं।


Created On :   7 Nov 2023 11:46 AM GMT

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