अच्छे संकेत: नए साल में जन्मे बच्चों में लाड़लियों की संख्या ज्यादा, जिला अस्पताल में २१ बच्चों में ११ बेटियां जन्मी

नए साल में जन्मे बच्चों में लाड़लियों की संख्या ज्यादा, जिला अस्पताल में २१ बच्चों में ११ बेटियां जन्मी

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नए साल के पहले दिन जिले में जन्म लेने वाले बच्चों में लाडलियों की संख्या ज्यादा होना अच्छे संकेत दे रहा है। रविवार रात १२ बजे से सोमवार रात १२ बजे के बीच जिला अस्पताल में जन्मे २१ बच्चों में १० बेटे और ११ बेटियां है। वहीं शहर के निजी नर्सिंग होम में भी जन्मे १५ बच्चों में बेटियों की संख्या ज्यादा है। यह समाज में बदलाव का दर्पण है। जो कि बेटियों को अभिशाप नहीं वरदान मान रहा है।

गौरतलब है कि जिले में साल २०११ की जनगणना में महिला व पुरुषों का लिंगानुपात १ हजार पुरुषों पर ९६४ था। साल २०२३ में यह अनुपात लगभग ९७५ पर पहुंच गया है। साल २०२४ के पहले दिन २४ घंटे में जिला अस्पताल में जन्में बच्चों में बेटियों की संख्या बेटों से ज्यादा होना समाज के लिए अच्छे संकेत हैं। समाज में घट रहीं बेटियों की संख्या में यह वृद्धी समाज में आ रहे बदलाव के संकेत हैं।

एक्पर्ट व्यू

समाज में जागरुकता का असर

भू्रण परीक्षण पर पाबंदी, बेटियों को बढ़ावा देने की योजनाएं, समाज में जागरुकता फैलने जैसे कारणों से लिंगानुपात बेहतर होता जा रहा है। यह अच्छे संकेत हंै कि २०२४ की शुरुआत से ही जन्म लेने वाले बच्चों में बेटियों की संख्या ज्यादा है।

-श्यामलराव,

समाजसेवी

Created On :   2 Jan 2024 5:49 PM IST

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