झमाझम बारिश: नदी-नाले उफान पर, घंटों बंद रहे कई मार्ग, जिले में १५ घंटे की झड़ी में जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, ९ घंटे में ५७ मिमी बारिश दर्ज

नदी-नाले उफान पर, घंटों बंद रहे कई मार्ग, जिले में १५ घंटे की झड़ी में जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त, ९ घंटे में ५७ मिमी बारिश दर्ज
  • नदी-नाले उफान पर, घंटों बंद रहे कई मार्ग
  • जिले में १५ घंटे की झड़ी में जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त
  • मौसम विभाग ने दिया बारिश का ऑरेंज अलर्ट

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बारिश के स्ट्रांग सिस्टम की वजह से जिले में बीते १५ घंटों से झड़ी लगी हुई है। जिले भर में हो रही झमाझम बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जिससे अंचल में कई रास्ते घंटों बंद रहे। इस दौरान कुलबेहरा नदी के उफान पर रहने से कुंडालीकला के समीप पुलिया से एक युवक के बहने की चर्चा रही। हालांकि युवक कहां एवं कौन था यह अज्ञात बना रहा। वहीं शाम ६ बजे से परासिया-छिंदवाड़ा मार्ग पर भी जाम लग गया। मौसम विभाग के मुताबिक सुबह ८ बजे से शाम ५ बजे तक जिला मुख्यालय में ५७ मिमी बारिश दर्ज की गई है। वहीं पूरे जिले मेंं बारिश का दौर जारी रहा। विशेषज्ञों ने आगामी २४ घंटे में पांढुर्णा व छिंदवाड़ा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

जुन्नारदेव: विकासखंड में झमाझम बारिश के चलते सुबह से देर शाम तक बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। क्षैक्षणिक संस्थानों में भी विद्यार्थियों की संख्या आधी से भी कम रही। वहीं क्षेत्र के नाले उफान पर रहने से कई मार्ग प्रभावित रहे।

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सौंसर: बारिश की झड़ी सोमवार मध्य रात से मंगलवार शाम तक जारी रही। जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो गया। खेत किसानी के काम बंद रहे वहीं देवी मार्ग बाधित रहा। किसानों को कपास की फसल में आ रहे फूल बर्बाद होने की आशंका से चिंता बनी हुई है।

माचागोरा बांध के छह गेट खुले, १२ सौ क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड पानी छोड़ रहे

जिले में मंगलवार सुबह से जारी तेज बारिश के दौर से पेंच नदी उफान पर रही। जिसका सीधा असर माचागोरा बांध पर दिखाई दिया। पहले से लबालब बांध के कुल ८ में से ६ गेट एवरेज ७ मीटर तक खोलकर करीब १२०० क्यूबिक मीटर पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। बांध में पानी की आवक १२५६ क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड बनी हुई है। गेट खोलकर कुल ६२५.७५ मीटर जलस्तर क्षमता वाले बांध का लेवल ६२५.५० मीटर पर मेनटेन किया जा रहा है। डेम के पूरा भरने में महज २५ सेमी की कसर बाकी है।

एक दिन में १८ एमसीएम पानी पहुंचा: पेंच नदी के उफान पर होने से मंगलवार को कुछ घंटों में ही करीब १८ मिलियन क्यूबिक फीट पानी पहुंचा, जो एक मध्यम श्रेणी के बांध की कुल क्षमता के करीब है। माचागोरा बांध की कुल लाइव स्टोरेज क्षमता ४२१.२ एमसीएम है, जबकि वर्तमान में ४०८ एमसीएम पानी डेम में स्टोर हो चुका है।

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परासिया: रपटे और पुल-पुलिया पानी में डूबे, रास्ते रहे बंद

सोमवार रात से मंगलवार शाम तक क्षेत्र में बारिश का दौर जारी रहा। इस दौरान मंगलवार को झमाझम बारिश भी हुई। जिससे नदी नाले उफान पर आ गए। न्यूटन चिखली में पेंचनदी का पुराने पुल के ऊपर से बाढ़ का पानी घंटे बहता रहा। वहीं पंचायत बरारिया स्थित सुकरी नदी की रिपटा पुलिया बाढ़ के पानी में डूबी रही, जिससे मैनावाड़ी, गोली परासिया आबादी क्षेत्र का बरासिया से सडक़ संपर्क टूटा रहा। इसी तरह घटामाली नदी उफान पर आने से धमनिया-सेमरताल मार्ग की दो रिपटा पुलिया के ऊपर से पानी बहता रहा। वहीं परासिया, चांदामेटा, न्यूटन चिखली में निचले क्षेत्रों में बने कुछ मकानों में बरसाती पानी का भराव होने से लोग परेशान हुए। इस दौरान छिंदी में दुकानों व घरों में पानी समा गया। इसी तरह पंचायत हरईकला में नाले का पानी गंगाराम दफाई के घरों में समा गया। इसी तरह पंचायत पटपड़ा के पास कंजीवाली नदी का पानी भी पुल के ऊपर से बहने पर आवागमन प्रभावित हुआ।

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हर्रई-ढाला पंचायत का सडक़ संपर्क टूटा

परासिया विकासखंड के पंचायत हरई से पंचायत ढाला पहुंच मार्ग में स्थित कऊआ नाला मंगलवार को बाढ़ के चलते उफान पर रहा। जिससे ग्रामीण आना जाना नहीं कर सके। इस कऊआ नाला में मनरेगा के तहत 48 लाख रुपए लागत से पुल निर्माण कार्य स्वीकृत है। जिसका निर्माण कार्य आरईएस के ठेकेदार द्वारा मार्च माह में शुरू किया। यहां ठेकेदार द्वारा बनाए गई सम्पर्क पुलिया भी एक माह पहले तेज बाढ़ में बह गई। जिससे दोनों पंचायतों के बीच सडक़ सम्पर्क टूट गया है।

Created On :   11 Sept 2024 5:43 AM GMT

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