Chhindwara News: लिंगायत समाज ने कलेक्टर कार्यालय के लिए दी पांच एकड़ जमीन

लिंगायत समाज ने कलेक्टर कार्यालय के लिए दी पांच एकड़ जमीन
  • लिंगायत समाज ने कलेक्टर कार्यालय के लिए दी पांच एकड़ जमीन
  • अमरावती रोड पर शनि मंदिर के सामने बनेगा कलेक्टर कार्यालय
  • वीरशैव लिंगायत समाज समिति ने कराया रजिस्टर्ड दानपत्र

Chhindwara News: पांढुर्ना जिला गठन के डेढ़ साल बाद जिला मुख्यालय में कलेक्टर कार्यालय के लिए जमीन तय हो गई है। शहर के सैकड़ों वर्ष पुराने वीरशैव लिंगायत मठ और गणपति मठ संस्थान ने कलेक्टर कार्यालय के लिए मध्यप्रदेश शासन को ५ एकड़ जमीन दान दी है। इस जमीन का बाजार मूल्य लगभग तीन करोड़ रुपए बताया जा रहा है।

वीरशैव लिंगायत समाज समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को कलेक्टर अजय देव शर्मा को सहमति पत्र सौंपते हुए अनुरोध किया कि नवगठित जिले के विकास के लिए जिला कलेक्टर कार्यालय का निर्माण जल्द शुरू किया जाए। मठ संस्थान के सरभराकार वीररूद्रमुनि शिवाचार्य ने 20 फरवरी को मध्यप्रदेश शासन के लिए प्रभारी तहसीलदार को उक्त भूमि का रजिस्टर्ड दानपत्र निष्पादित किया। वीरशैव लिंगायत समाज समिति सहित मठ से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शासन को नामांतरण एवं अन्य कार्रवाई के लिए सहमति दी है। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर अजय देव शर्मा और एडीएम नीलमणि अग्निहोत्री को समिति के अध्यक्ष राजू जुननकर, राहुल टोम्पे, पंकज नाईक, प्रदीप जुननकर, अजय जुननकर, सुधीर नांदेकर, राजेश जुननकर, सुहास जुननकर, चंद्रशेखर जुननकर, किशोर मोदी, राहुल अनेवार, प्रदीप तिडक़े, अनिल जुननकर आदि की उपस्थिति में सहमति पत्र प्रदान किया गया।

जूना पांढुर्ना बनेगा जिले का केन्द

मठ द्वारा दान दी गई जमीन अमरावती मार्ग पर शनि मंदिर के सामने सांई मंदिर से एक खेत पीछे है। इसके लिए मुख्य मार्ग से लगभग डेढ़ सौ मीटर तक 40 फीट की सडक़ भी प्रस्तावित की गई है। इस मार्ग के अलावा जूना पांढुर्ना मार्ग और रेललाइन के किनारे से चंद्रभागा नदी वाले पुराने पांधननुमा मार्ग को भी विस्तारित कर संबंधित जमीन तक पहुंचा जा सकता है। गौरतलब है कि लगभग साढ़े तीन सौ साल पहले पांढुर्ना शहर जूना पांढुर्ना में स्थित था। उस समय दानदाताओं ने मठ को कई जमीनें दान में दी थी। वर्षों बाद मठ की इस जमीन से जनसुविधा के कार्य होने जा रहे हैं।

1600 साल पुराना है मठ का इतिहास

शारदा मार्केट में स्थित श्री वीरशैव लिंगायत मठ संस्थान उर्फ गणपति मठ का इतिहास लगभग 1600 वर्ष पुराना है और मान्यता के अनुसार मध्यप्रदेश राज्य में पांढुर्ना शहर में ही यह एकमात्र गणपति मठ मौजूद है। इस मठ में करीब 975 सालों से भगवान श्रीगणेश की स्थापना कर गणेशोत्सव मनाने के प्रमाण भी मौजूद है। यह गणपति मठ पांढुर्ना क्षेत्र की आस्था व भक्ति का प्रतीक है।

Created On :   12 March 2025 6:10 PM IST

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