Chhindwara News: बिल्लियों पर हो रहा अटैक, एक सप्ताह में दर्जनों की मौत, हर दिन १० से १२ बुखार पीडि़त केस पहुंच रहे पशु चिकित्सालय

बिल्लियों पर हो रहा अटैक, एक सप्ताह में दर्जनों की मौत, हर दिन १० से १२ बुखार पीडि़त केस पहुंच रहे पशु चिकित्सालय
  • बिल्लियों पर हो रहा अटैक, एक सप्ताह में दर्जनों की मौत
  • हर दिन १० से १२ बुखार पीडि़त केस पहुंच रहे पशु चिकित्सालय

Chhindwara News: पालतू पशु जो दिनभर किसी ने किसी प्रकार से इंसानों के संपर्क में रहते है। इनमें कुत्ते एवं बिल्ली सबसे खास है जो हमारे बहुत नजदीक रहते है। लेकिन बीते एक सप्ताह से पालतू बिल्लियों में फैली बीमारी ने पशु पालकों के साथ ही चिकित्सकों को भी परेशान कर दिया है। दरअसल पशु चिकित्सालय के साथ ही निजी चिकित्सालयों में इन दिनों बड़ी संख्या में तेज बुखार से पीडि़त बिल्लियां लेकर पशुपालक पहुंच रहे है। गंभीर अवस्था में पहुंच रही बिल्लियों को बचाना भी मुश्किल हो गया है। बिल्लियों मेें हुए फ्लू के अटैक ने पशु चिकित्सकों को चिंता में डाल दिया। सिविल सर्जन डॉ. छत्रसाल टांडेकर के मुताबिक बीमार बिल्लियों के ब्लड सेंपल में अब तक चिंताजनक कुछ नहीं मिला है, लेकिन सावधान रहने की आवश्यकता है। वहीं डीआई लैब प्रभारी डॉ. पंकज माहोरे का कहना है कि अब तक लिए गए ब्लड सेंपल में वायरल संक्रमण होना प्रतीत हो रहा है। लेकिन बिल्लियों की मौत किस वजह से हो रही है इसके लिए पोस्टमार्टम के बाद सेंपल भोपाल भेजने की जरूरत है।

पशु चिकित्सकों का कहना है कि बिल्लियों को बुखार आने की कई वजहें हो सकती है। ज्यादातर मामालों में यह वायरल संक्रमण या जीवाणु संक्रमण की वजह से होता है। लेकिन वर्तमान में तेज बुखार के ज्यादा मामले आ रहे है। यदि २४ घंटे से ज्यादा समय तक बुखार रहता है तो ऐसे पशुओं को पशु चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए। बिल्ली को १०४ डिग्री से ज्यादा बुखार होना आपातकालीन स्थिति है।

बुखार के लक्षण:

सूखी नाक, सांस लेने में कठिनाई, बेहोशी या सुस्ती की स्थिति ह्दय गति में वृद्धि एवं बॉडी ठंडी पडऩा शामिल है।

Created On :   15 Jan 2025 3:14 PM IST

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