Chhindwara News: हवाई सेवा दूर न इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप में एडजस्टिंग की गुंजाइश और न ही नई हवाई पट्टी पर कोई विचार

हवाई सेवा दूर न इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप में एडजस्टिंग की गुंजाइश और न ही नई हवाई पट्टी पर कोई विचार
  • प्रदेश में छिंदवाड़ा से छोटे कद के जिलों में उड़ान योजना के तहत
  • हवाई सेवा दूर न इमलीखेड़ा एयरस्ट्रिप में एडजस्टिंग की गुंजाइश और न ही नई हवाई पट्टी पर कोई विचार

Chhindwara News: प्रदेश में छिंदवाड़ा से छोटे कद के जिलों में उड़ान योजना के तहत हवाई सेवाएं या तो शुरू हो चुकी हैं या शुरूआत की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन छिंदवाड़ा जिला संभावनाओं के बाद भी अछूता है। यहां नवंबर में एयरपोर्ट अथारिटी नागपुर की टीम ने पहुंचकर इमलीखेड़ा हवाई पट्टी की नापजोख कर भविष्य की संभावनाएं तलाशी थी, जो उन्हें नाकाफी समझ आई। वजह यहां एडजस्टिंग की गुंजाइश नहीं है। हवाई पट्टी के एक हिस्से में सडक़ और उससे लगे शो-रूम तो दूसरे हिस्से में बिलकुल बाउंड्री से लगी आवासीय कॉलोनी। जिससे हवाई पट्टी के चौड़ीकरण की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं। यहां लंबाई जरूर बढ़ाई जा सकती है लेकिन सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा। जिले में ५ साल पहले तत्कालीन सरकार ने टिकाड़ी ग्राम में नई एयरस्ट्रिप प्रस्तावित की थी। बाद में इसके लिए डीपीआर तैयार करने प्रदेश सरकार ने बजट में प्रावधान भी किया लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी।

टिकाड़ी की प्रस्तावित जमीन भी देखी, लेकिन अब तक रिस्पांस नहीं:

इमलीखेड़ा में संभावनाएं नजर नहीं आने की स्थिति में एयरपोर्ट अथारिटी नागपुर के अधिकारियों की टीम को शहर से करीब १० किमी और इमलीखेड़ा हवाई पट्टी से करीब ४ किमी दूर ग्राम टिकाड़ी में प्रस्तावित जमीन दिखाई गई थी। उक्त जमीन पर जरूर उन्हें संभावनाएं नजर आई, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई रिस्पांस नहीं मिल पाया है।

पुरानी और नई प्रस्तावित जमीन की स्थिति:

इमलीखेड़ा हवाई पट्टी: लंबाई १४८६ मीटर, रनवे की चौड़ाई करीब ३० मीटर, कुल चौड़ाई ६० से ८० मीटर है, जो कि छोटे विमानों को ही उतारने लायक है।

टिकाड़ी में प्रस्तावित: यहां १८ सौ मीटर लंबी एयर स्ट्रिप बनाने का प्रपोजल है। जमीन एयरपोर्ट के हिसाब से ५ किमी की प्रस्तावित की थी। जिसमें १९ से ७२ सीटर तक विमान उतारे जा सकते हैं।

एयरस्ट्रिप को लेकर पूर्व में क्या हुआ:

- वर्ष २०१८-१९ में तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने तिकाड़ी में नई एयर स्ट्रिप बनाने के लिए भूमि का चयन किया था। राइट्स ने उक्त जमीन को एयरस्ट्रिप के लिए अनुकूल बताते हुए प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट दी थी।

- वर्ष २०२१-२२ के बजट में तत्कालीन शिवराज सरकार ने टिकाड़ी में नई एयरस्ट्रिप के लिए डीपीआर तैयार करने ६.७२ करोड़ का प्रावधान किया था। प्रदेश के विमानन विभाग को प्रक्रिया आगे बढ़ाना था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका।

Created On :   1 Feb 2025 4:02 PM IST

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