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Chandrapur News: बाघ का शिकार और तस्करी मामले में मिजोरम का आरोपी 25 तक एफसीआर में

- देशभर से गिरफ्तार आरोपियों की संख्या पहुंची 11 पर
- कुख्यात बहेलिया गिरोह पकड़े जाने के बाद देशभर में अलर्ट
Chandrapur News बाघ शिकार और व्यापार मामले में मिजोरम के आइजोल से गिरफ्तार आरोपी जमखानकाप को शुक्रवार को राजुरा के अदालत में पेश किया गया है। जहां कोर्ट ने उसे 25 फरवरी तक वन हिरासत में रखने के आदेश दिए है, ऐसी जानकारी मध्यचांदा वनविभाग की डीसीएफ बोड्डू ने दी।
ज्ञात हो कि, वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के अंतर्गत बाघ के अवैध शिकार और व्यापार मामले से संबंधित मध्य चांदा वन प्रभाग में संगठित वन्य जीव व्यापार की इस श्रृंखला की जांच के लिए महाराष्ट्र वन विभाग द्वारा अब तक देश भर में 11 गिरफ्तारियां की गई हैं। सभी आरोपियों की हिरासत अवधि समाप्त होने पर गुरुवार को जांच अधिकारी ने हिरासत अवधि को 5 मार्च तक बढ़ाने का अनुरोध किया। जे.एम.एफ.सी., राजुरा ने सभी आरोपियों को मजिस्ट्रेट हिरासत में भेज दिया है। सुश्री निंग सान लून और श्री लालनेसुंग की जमानत याचिकाएं पहले ही न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गई थीं।
संबंधित मामले में मजिस्ट्रेट, जबलपुर, म.प्र. ने सोनू सिंह बावरिया को प्रोडक्शन वारंट जारी किया और बालाघाट से एक टीम इसे प्रभावी करने के लिए चंद्रपुर आई। इस बीच जांच में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाते हुए ताड़ोबा कोर के डीडी आनंद रेड्डी के नेतृत्व में एक टीम ने मिजोरम के आइजोल से आरोपी ज़मखानकाप को हिरासत में लिया। ताड़ोबा के आरएफओ विनोद जाम्भुले, डब्ल्यूसीसीबी के वन्यजीव निरीक्षक प्रगतिश भी गिरफ्तार करने वाली टीम का हिस्सा हैं। आरोपी को बीसीएएस की अनुमति के अनुसार चंद्रपुर लाया गया और 21 फरवरी को जेएमएफसी राजुरा के समक्ष पेश किया। जहां उसे 25 फरवरी तक एफसीआर में भेज दिया है। बता दें कि, पिछले माह चंद्रपुर जिले के राजुरा में बाघ शिकार का कुख्यात बहेलिया गिरोह पकड़े जाने के बाद देशभर में यंत्रणा अलर्ट पर है। जंगल में गश्त बढ़ा दी है। गिरोह का संबंध नेशनल-इंटरनेशनल तक होने के चलते इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की है, जो मामले की जांच में जुटी है।
जांच टीम को गिरफ्तार लोगों से क्या जानकारी मिली? इसका खुलासा नही किया है। एक-एक कडी जुडने से आरोपियों की संख्या बढ़ रही है। इस मामले में और भी गिरफ्तारियां संभव है। अबतक देश के मेघालय, पंजाब, हरियाणा, मिजोरम जैसे स्थानों से आरोपी पकडे गए है। महाराष्ट्र के पीसीसीएफ (वन्यजीव) और सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू एम श्रीनिवास राव, चंद्रपुर के सीसीएफ जितेंद्र रामगांवकर के मार्गदर्शन में 8 सदस्यीय एसआईटी द्वारा आगे की जांच की जा रही है। एसआईटी का नेतृत्व सेंट्रल चांदा की डीसीएफ श्वेता बोड्डू कर रही हैं जिसमें वरिष्ठ अधिकारी आनंद रेड्डी, पवन कुमार जोंग, सचिन शिंदे, बापू येले, निकिता चौरे, आदेश शेंडगे, महेश गायकवाड़ का समावेश है।
बाघ के अंगों की आपूर्तिकर्ताओं को पैसे पहुंचाता था! : सीमा पार अवैध वन्यजीव व्यापार, विशेष रूप से मध्य चांदा डिवीजन में बाघ के अवैध शिकार मामले के हिस्से के रूप में म्यांमार से भारत में और अंततः बाघ के अंगों के आपूर्तिकर्ताओं तक धन पहुंचाने में उसकी भूमिका के लिए आइजोल के आराेपी की जांच की जा रही है।
Created On :   22 Feb 2025 4:25 PM IST