समस्याओं से परेशानी: जनाक्रोश आंदोलन के कारण चार घंटे बंद रहा तुमसर-बपेरा मार्ग

जनाक्रोश आंदोलन के कारण चार घंटे बंद रहा तुमसर-बपेरा मार्ग
  • समस्याओं को लेकर नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन
  • प्रशासन को दिया एक महीने का अल्टीमेटम

डिजिटल डेस्क, सिहोरा (भंडारा). स्थानीय तुमसर-बपेरा राज्य मार्ग के मरम्मत की मांग को लेकर सोमवार, 6 नवंबर को सर्वपक्षीय जनआक्रोश व रास्ता रोको आंदोलन किया गया। तुमसर पंचायत समिति के पूर्व सभापति अब्दुल कलाम शेख, गजानन निनावे, राजेंद्र तुरकर, जिला परिषद सदस्य राजेंद्र ढबाले, उमेश्वर कटरे के नेतृत्व मेंे किए गए सर्वपक्षीय आंदोलन के चलते यहां तुमसर-बपेरा राज्य महामार्ग पर लगभग चार घंटे तक पूरी तरह यातायात ठप रहीं। इस जनआक्रोश आंदोलन के दौरान आंदोलनकर्ताओं ने अर्धनग्न होकर शासन के निषेध में शवयात्रा निकाली। इस समय सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस जनआक्रोश व रास्ता रोको आंदोलन में पूर्व विधायक अनिल बावनकर, शिक्षा व स्वास्थ्य सभापति रमेश पारधी, उपसभापति हिरालाल नागपुरे, ठाकचंद मुंगुसमारे, उमेश्वर कटरे, मयूरध्वज गौतम, छगनलाल पारधी, गजानन लांजेवार, जय डोंगरे, कादर अंसारी, बालू कटरे, सद्दाम शेख, रामेश्वर मोटघरे ने जनआक्रोश आंदोलन में उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। इस समय शासन-प्रशासन को एक महीने का अल्टीमेटम देने के बाद आंदोलन पीछे लिया गया।

इस समय सभापति रमेश पारधी ने पुलिस प्रशासन व राजस्व विभाग को आड़े हाथों लिया। इस समय क्षमता से अधिक रेत की ढुलाई करनेवाले ट्रक व टिप्पर के कारण मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़ गए हैं। इसके लिए पुलिस व राजस्व विभाग ही जिम्मेदार होने का आरोप लगाया। इस रास्ता राेको आंदोलन की जानकारी मिलते ही सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग के उपविभागीय अभियंता महाजन व केंद्रीय विभाग के मानवटकर तथा पुलिस विभाग के रश्मिता राव ने यहां आंदोलनस्थल पर पहुंचे थे। इस समय आंदोलनकर्ताओं ने बताया कि सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग के अभियंता ने इस राज्य मार्ग को 28 जुलाई 2001 को मंजूरी दी गई है, परंतु स्टेट की ओर से नेशनल की ओर हस्तांतरण न होने के कारण कार्य रूका हुआ होने की जानकारी दी गई। भंडारा बालाघाट इस 100 किलोमीटर अंतर के मार्ग को राष्ट्रीय महामार्ग घोषित किया गया ह

Created On :   7 Nov 2023 5:25 PM IST

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