भंडारा: तुमसर तहसील के किलों और पर्यटन स्थलों की इस बजट में हुई बेहद अनदेखी

तुमसर तहसील के किलों और पर्यटन स्थलों की इस बजट में हुई बेहद अनदेखी
  • बावनथड़ी व सोंड्योटाला प्रकल्प को भी किया नजरअंदाज
  • क्षेत्र के विकास के लिए सरकार से करेंगे अनुरोध
  • जिले में शबरी योजना शुरू की जाए

डिजिटल डेस्क, तुमसर (भंडारा) महेश गायधने| राज्य शासन द्वारा वर्ष 2024 – 25 के अंतरिम बजट में भंडारा जिले के तुमसर तहसील को उपेक्षित रखा गया। इस बजट में तहसील के पर्यटनस्थल, बावनथड़ी व सोंड्योटाला सिंचाई प्रकल्प तथा मैंग्नीज खदान से जुड़े रोजगार की वृद्धि पर नजरअंदाज किया गया। बावनथड़ी प्रकल्प 100 करोड़ की निधि के अभाव में अपूर्ण है। परिणामवश 17 गांवों के किसान सिंचाई से वंचित है। रोजगार की समस्या जस की तस है। राज्य में भंडारा पिछड़े जिले के रूप में पहचाना जाता है। मंगलवार को अर्थमंत्री अजित पवार ने बजट प्रस्तुत किया। इस बजट में तुमसर तहसील की दो ब्रिटिशकालीन खदान, गायमुख देवस्थान, चांदपुर जैसे दो राज्य के भक्तों के श्रध्दास्थान व पर्यटन स्थल के लिए कोई प्रावधान नहीं किए गए। इसी क्षेत्र में आंबागड़ किला भी है। वहीं जिले में कोई बड़ा प्रकल्प, नई योजना को लेकर कोई भी घोषणा नहीं की गई। इससे स्थानीय जनप्रतिनिधि ने भी दु:ख व्यक्त किया। तुमसर तहसील का अधिकतम हिस्सा आदिवासी बहुल है।

परिसर के आदिवासी छात्र शिक्षा के लिए भंडारा, नागपुर व अन्य बड़े शहरों में जाते है। कई जगहों पर बस की सुविधा न होने से कभी कभी कॉलेज पहुचना कठीन होता है। लेकिन आदिवासी क्षेत्र के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं किए गए। इसी तरह तुमसर तहसील के ब्रिटिशकालिन मैग्नीज खदान डोंगरी बुजरुक तथा चिखला माईन से जोड़कर नए उद्योग सथापित करने का प्रावधान किया जा सकता था। लेकिन इस ओर भी जनप्रतिनिधियों ने अनदेखी की। गायमुख तीर्थक्षेत्र यह शंकरजी के प्राचिन मंदिर के रुप में प्रख्यात है। यहा पर प्रति वर्ष महा शिवरात्री पर मेला लगता है। साथ ही संपूर्ण वर्ष भाविक पहुचते है। इस स्थान को पर्यटन स्थल का दर्जा नहीं मिला। क्षेत्र के विकास के लिए बजट में भी कोई प्रावधान नहीं किया गया।

रेल लाइन को वर्षों से निधि की प्रतीक्षा : वर्ष 2014 से तुमसर रोड़ जंक्शन से रामटेक तक रेलवे लाईन प्रस्तावित है। लेकिन बजट में इस रेल लाईन के लिए निधि का प्रावधान नहीं किया जाता। परिणामवश यात्रियों को वर्षों से असुविधा होती है। यह रेल लाईन बनीं तो तुमसर रोड़ से सिधे रामटेक राम मंदिर तक यात्री आसानी से पहुच सकेंगे। इसे लेकर कई ज्ञापन देकर मांग किए गए। पर इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई। तुमसर रोड़ जंक्शन यह हावड़ा रेलवे मार्ग का महत्वपूर्ण रेल स्थानक होकर इस रेलवे लाईन को मंजूरी मिली तो रेलवे का राजस्व बढने के साथ यात्रियों को आसानी होगी।

क्षेत्र के विकास के लिए सरकार से करेंगे अनुरोध

राजू कारेमोरे, विधायक, तुमसर-मोहाड़ी क्षेत्र के मुताबिक भंडारा जिले में विशेष अनुदान मिलने की अपेक्षा बजट में भंग हुई है। फिर भी हमारे द्वारा विशेष प्रयास किए जाएंगे। जिले के आदिवासी क्षेत्र पर अनदेखी नहीं की जानी चाहिए। सरकार से आदिवासी क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देने की विनती करेंगे। मैंग्नीज से जुड़े नए उद्योग केंद्र व राज्य शासन के माध्यम से कैसे लाए जाएंगे इस पर काम किया जाएगा।

जिले में शबरी योजना शुरू की जाए

अशोक उईके, जिलाध्यक्ष, आदिवासी कांग्रेस के मुताबिक गोंदिया जिले के देवरी में आईटीआई कॉलेज में आदिवासी छात्रों के लिए 75 प्रतिशत आदिवासी छात्रों को आरक्षण है। उसे खापा के आदिवासी आश्रम स्कूल में विलीन किया जाए। भंडारा जिले में शबरी योजना नहीं है। इसे जिले में लाया जाएं। आदिवासी छात्रों के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज को मंजूरी दी जाएगी।



Created On :   29 Feb 2024 7:41 PM IST

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