Bhandara News: नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में 3 शावकों के साथ नजर आयी एनटी-2 बाघिन

नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में 3 शावकों के साथ नजर आयी एनटी-2 बाघिन
  • नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में बनाया अधिवास
  • व्याघ्र संवर्धन की दिशा में सफल रहा वन विभाग का प्रयास
  • जंगली भैंस का शिकार करते सीसीटीवी में हुए कैद

Bhandara News नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में 20 मई, 2023 को लायी गई एनटी 2 बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया। हाल ही में बाघिन अपने शावकों के साथ शिकार करती हुई कैमरे में नजर आयी थी। व्याघ्र प्रकल्प में तीन बाघिन छोड़ी गई थी। बाघिन कोर व बफर जोन में अधिवास बढ़ा रही है। यह वन विभाग की सफलता दर्शा रहा है।

नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प (एनएनटीआर) में बाघों के संवर्धन के लिए महाराष्ट्र वन विभाग ने स्थानांतरण उपक्रम शरू किया। इसके अंतर्गत कुल तीन बाघिनों का नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में स्थानांतरण किया गया। इसमें प्रथम चरण में एनटी-1 व एनटी-2 इन बाघिनों को 20 मई 2023 को छोड़ा गया। दूसरे चरण में एनटी-3 बाघिन को 11 अप्रैल, 2024 को छोड़ा गया। इसमें एनटी-2 बाघिन ने नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र में आसानी से अपना अधिवास बढ़ाया। वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरों में एनटी – 2 बाघिन की हलचल को कैद किया जा रहा है। हाल ही में बाघिन को तीन शावकों के साथ जंगली भैंस का शिकार करते हुए कैमरे में कैद किया गया।

व्याघ्र प्रकल्प में छोड़े गए तीन बाघिन में से दो बाघिन ने नवेगांव -नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र (गाभा व बफर) क्षेत्र को अपना अधिवास बनाया है। एनटी-2 बाघिन के शावकों को जन्म देने से वन विभाग को स्थानांतरण उपक्रम में नई सफलता मिली है। व्याघ्र प्रकल्प में वन्यजीवों के संवर्धन का कार्य अपर मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव), अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव पूर्व) के मार्गदर्शन तथा क्षेत्र संचालक जयरामगौड़ा, नवेगांव – नागझिरा व्याघ्र आरक्षित प्रकल्प साकोली के उपसंचालक पवन जेफ, गोंदिया के उपसंचालक प्रमोद पंचभाई, विभागीय वन अधिकारी अतुल देवकर, सहायक वनसंरक्षक सचिन डोंगरवार, तत्कालीन वन परिक्षेत्र अधिकारी वी. के. भोसले, उमरझरी की वन परिक्षेत्र अधिकारी सपना टेंभरे, दिलीप कौशिक व वन विभाग के अन्य कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

एनटी-2 बाघिन के हलचल पर नजर रखने के लिए निरंतर कैमरों की मदद ली गई। वीएचपी / जीपीएस कॉल एवं कैमरा ट्रैप जैसे आधुनिक संसाधनों का उपयोग किया गया। इसमें कमांड व कंट्रोल रूम का महत्वपूर्ण योगदान है। एनटी- 2 बाघिन ने स्थानांतरण के बाद नई जगह पर तीन शावकों को जन्म दिया। यह बड़ी सफलता है। -पवन जेफ, उपवनसंरक्षक, नवेगांव-नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प

Created On :   13 Dec 2024 7:20 PM IST

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