द कंधार हाईजैक वेब सीरीज: क्या 25 साल पहले कंधार हाइजैकिंग के दौरान भारत से हुई थी गलती? विवादों के बीच पूर्व RAW चीफ ने किया खुलासा

  • द कंधार हाइजैक वेब सीरीज पर मचा रहा बवाल
  • हाइजैकिंग के दौरान क्या भारत से हुई थी चूक
  • 25 साल पहले की घटना पर रॉ के पूर्व चीफ ने बताया सच

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-04 03:56 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों नेटफ्लिक्स पर विजय वर्मा स्टारर द कंधार हाइजैक वेब सीरीज लगातार विवादों से घिरती जा रही है। इस सीरीज की कहानी साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी 814 के हाइजैकिंग पर आधारित है। सीरीज में दिखाया गया है कि उस दौर में कैसे सरकार और कई एजेंसियों ने हालात पर काबू पाया था। जिसे लेकर बवाल मच रहा है। इस बीच भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व चीफ अमरजीत सिंह दुलत ने 25 साल पहले आईसी 814 की हाइजैकिंग के वक्त हुई गड़बड़ियों के बारे में पुष्टि की है।

इंडिया टुडे ने पूर्व रॉ चीफ के हवाले से एक रिपोर्ट पब्लिश की है। जिसके मुताबिक, साल 1999 में रॉ के चीफ अमरजीत सिंह दुलत ने यह बात स्वीकार की है कि कंधार हाइजैकिंग पर निर्णय लेने के वक्त कुछ गलतियां हुई थी। दरअसल, जब 24 दिसंबर 1999 में इंडियना एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी 814 काठमांडू से दिल्ली जा रही थी। तब भारतीय एयरस्पेस में पांच आतंकवादियों ने घुसकर फ्लाइट हाईजैक कर ली थी। इसके बाद फ्लाइट ईंधन भरने के लिए अमृतसर में लैंड भी हुआ था। लेकिन पंजाब पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की ओर से अवसर का लाभ नहीं उठाया गया था।

पूर्व रॉ चीफ ने कबूली गड़बड़ी की बात

अमरजीत सिंह दुलत ने कहा, "जब विमान अमृतसर में लैंड किया तो हमारे पास यह सुनिश्चित करने का मौका था कि वह भारतीय क्षेत्र छोड़कर नहीं जाए। मगर जब विमान अमृतसर से रवाना हुआ तो हमारे पास हाइजैकर्स के साथ सौदा करने के अलावा कोई चारा नहीं था हमने सर्वोत्तम वार्ताकारों के साथ मिलकर सबसे अच्छा सौदा करने की कोशिश की।"

उन्होंने आगे बताया, "कोई निर्णय नहीं लिया गया। यह बात मैं कई बार पहले भी कह चुका हूं, तब भी जब यह घटना घटी थी। अमृतसर में गड़बड़ी हुई थी।" उन्होंने कहा, "हम सब वहां थे और हमें फैसला लेना चाहिए था। मैं दोष नहीं देना चाहता। इतने सालों के बाद, ऐसा करना ठीक नहीं है। मैं भी उतना ही दोषी हूं जितना कोई और।"

अमृतसर में नहीं होने देना चाहते थे खून-खराबा

कंधार हाइजैकिंग पर पूर्व रॉ चीफ ने पंजाब के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सरबजीत सिंह को साथ हुई बातचीत पर भी चर्चा की है। उन्होंने कहा, "मेरी पंजाब के डीजीपी के साथ लंबी बातचीत हुई। उन्होंने मुझसे कहा कि वह केपीएस गिल नहीं हैं और वह अपनी नौकरी दांव पर नहीं लगाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री (प्रकाश सिंह बादल) ने उनसे कहा कि वह अमृतसर में खून-खराबा नहीं चाहते।"

इसके बाद पूर्व रॉ चीफ ने बताया, "दिल्ली भी इसी बात का संकेत दे रही थी। डीजीपी ने कहा कि वे विमान पर हमला कर सकते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि कितने लोग हताहत हो सकते हैं, इसलिए वह खून-खराबे के नाम पर कोई भी फैसला नहीं लेना चाहते थे।"

पूर्व रॉच चीफ ने कहा कि पंजाब पुलिस का बताना जरूरी था कि विमान किसी भी हालात में अमृतसर से बाहर नहीं जाए। लेकिन, ऐसा संभव नहीं हो पाया था। हालांकि, डीजीपी सरबजीत सिंह ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि यदि उन्हें दिल्ली से स्पष्ट निर्देश मिलते तो वह जरूर फैसला लेते। इसे लेकर पूर्व रॉ चीफ ने कहा, "मैं उनसे सहमत हूं, लेकिन उन्होंने क्या किया होता, ये मैं नहीं जानता हूं। वह सही थे जब उन्होंने कहा कि वह दिल्ली से निर्देशों का इंतजार कर रहे थे जो कभी नहीं हुआ।"

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