आरोप और खुलासे: साक्षी मलिक ने बबीता पर लगाए बड़े आरोप, रेसलर प्रोटेस्ट से जुड़े कई बातों का भी किया खुलासा
- साक्षी ने हाल में लॉन्च की अपनी आत्मकथा 'विटनेस'
- किताब में रेसलर प्रोटेस्ट से जुड़े कई बातों का किया खुलासा
- साक्षी मलिक ने बबीता पर लगाए बड़े आरोप
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रियो ओलंपिक 2016 देश को कांस्य पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक इन दिनों अपने नए किताब 'विटनेस' को लेकर काफी चर्चा में हैं। हाल ही में रिलीज हुई साक्षी मलिक की इस किताब में लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। पत्रकार जोनाथन सेल्वाराज के साथ मिलकर लिखी गई इस किताब में महिला पहलवान के कई बड़े दावे किए हैं। साथ ही उन्होंने इस किताब के जरिए भाजपा नेता और पूर्व महिला पहलवान बबीता फोगाट पर संगीन आरोप लगाए हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने साथी विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर भी निशाना साधा है।
साक्षी ने बबीता पर लगाए बड़े आरोप
देश को ओलंपिक खेलों में पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने हाल ही में पत्रकार जोनाथन सेल्वाराज के साथ मिलकर एक किताब लिखी है। इस किताब में उन्होंने अपने करियर के संघर्ष के बारे में बहुत कुछ लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा नेता और पूर्व महिला रेसलर बबीता फोगाट पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने अपने किताब में लिखा कि वह (बबीता फोगाट) खुद को पहलवानों का शुभचिंतक बताती हैं लेकिन असल में वह बस अपने निजी स्वार्थ के लिए हमारे साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थी।
उन्होंने अपने किताब में लिखा, "मैं जानती हूं कि विनेश और बजरंग का लक्ष्य बृज भूषण शरण का कार्यकाल खत्म करना था लेकिन मैंने यह सोचकर गलती की कि बबीता की इच्छा भी यही थी। वह सिर्फ बृजभूषण शरण को हटाना नहीं नहीं चाहती थीं बल्कि उनकी जगह लेना चाहती थी।"
बजरंग और विनेश पर भी साधा निशाना
इसके अलावा उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ किए गए विरोध प्रदर्शन में उनके साथी विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर भी बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा, "पहले की तरह स्वार्थी सोच फिर से हावी होने लगी। बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया। वे खेलों के लिए ट्रायल्स से छूट लेने की बात करने लगे।"
आपको बता दें, तीनों भारतीय पहलवानों ने डब्लयूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपने कार्यकाल में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। यह मामला दिल्ली की अदालत में चल रहा है। डब्ल्यूएफआई के निलंबन के बाद फिलहाल तदर्थ समिति ने कुश्ती का कामकाज देख रही है। इस समिती ने 2023 एशियाई खेलों में विनेश और बजरंग को ट्रायल्स से छूट दी थी। अपने साथियों के सुझाव के बावजूद साक्षी ने इस छूट को स्वीकार नहीं किया था।
इसे लेकर साक्षी ने अपनी किताब में बताया कि पिछले साल एशियाई खेलों में बजरंग और विनेश के छूट लेने के फैसले की वजह से उनके विरोध प्रदर्शन की छवी काफी धूमिल हो गई थी। उन्होंने लिखा, "पहले की तरह स्वार्थी सोच फिर से हावी होने लगी। बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया। वे खेलों के लिए ट्रायल्स से छूट लेने की बात करने लगे।" उन्होंने आगे लिखा, "बजरंग और विनेश के ट्रायल्स से छूट लेने का अच्छा असर नहीं पड़ा। इससे हमारे विरोध प्रदर्शन की छवि बुरी तरह प्रभावित हुई। इससे हम ऐसी स्थिति में पहुंच गये जिसमें कई समर्थकों ने यह सोचना शुरू कर दिया कि हम अपने स्वार्थ के लिए यह विरोध कर रहे हैं।"