BRICS Summit: ब्रिक्स के 16वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने आज रूस रवाना होंगे पीएम मोदी, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी जानकारी
- ब्रिक्स के 16वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने आज रूस रवाना होंगे पीएम मोदी
- विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी जानकारी
- वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद पर होगी चर्चा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कजान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल से रूस की दो दिवसीय यात्रा पर निकल रहे हैं। शिखर सम्मेलन का विषय वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना है। पिछले साल हुए विस्तार के बाद समूह का यह पहला शिखर सम्मेलन है। इस सम्मेलन की शुरुआत मंगलवार 22 अक्टूबर को होगी। वहीं, बात-चीत करने का मुख्य दिन बुधवार होगा। पीएम मोदी के रूस रवाना होने से पहले वहां भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा, शिखर सम्मेलन नेताओं को प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। यह ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का भी आकलन करेगा।
#WATCH | Kazan, Russia: On PM Narendra Modi's upcoming visit to Russia, India's Ambassador to Russia Vinay Kumar says, "Since Prime Minister's visit to Moscow in July, when the two leaders decided on the trade target of $100 billion by 2030, we have been working to concretize… pic.twitter.com/mJ9M4vOgFz
— ANI (@ANI) October 21, 2024
जानकारी के लिए बता दें, ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। और अब इस समूह में और भी देश शामिल हो गए हैं। इनमें ईरान, मिस्त्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात के नाम हैं। प्रधानमंत्री की रूस यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, पीएम मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कल कजान के लिए निकलेंगे। उन्होंने कहा, 'भारत ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य है और इसकी स्थापना के बाद से इसकी सभी गतिविधियों, पहलों और प्रतिबद्धताओं में भाग लेता रहा है। भारत ब्रिक्स के लिए बहुत महत्व रखता है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में ब्रिक्स के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।"
विदेश सचिव ने आगे कहा कि ब्रिक्स कई वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का फोकस नए ब्रिक्स सदस्यों को ब्रिक्स सहयोग तंत्र में एकीकृत करने पर है। उन्होंने इस सम्मेलन के मुख्य विषय के बारे में बताते हुए कहा कि दो दिवसीय शिखर सम्मेलन आर्थिक सहयोग को भी मजबूत करेगा, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और युवा आदान-प्रदान के लिए सहयोग को बढ़ावा देगा।
विदेश सचिव बताया कि पिछले साल जोहान्सबर्ग शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स के पहले विस्तार के बाद यह पहला शिखर सम्मेलन होगा। उन्होंने शिखर सम्मेलन के शेड्यूल की जानकारी देते हुए कहा कि यह सम्मेलन कल से शुरू होगा लेकिन विचार-विमर्श का मुख्य दिन बुधवार होगा।