सतना: डबल मर्डर के आरोपी से जालसाजी के मामले में पूछताछ

  • सेंट्रल जेल से रिमांड पर ले गई थी मैहर पुलिस
  • गरीब बच्चों के लिए आईटीआई समेत कई तरह के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए थे।
  • सेंट्रल जेल सतना से आरोपी को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड मंजूर कराई गई।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-05 10:47 GMT

डिजिटल डेस्क,सतना। डबल मर्डर के आरोप में साढ़े 3 साल से सेंट्रल जेल में बंद आरोपी पुष्पराज सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह 50 वर्ष, निवासी राजापुर, जिला चित्रकूट, हाल विराट नगर, थाना सिविल लाइन, को मैहर पुलिस ने जालसाजी के दो साल पुराने प्रकरण में रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की है।

आवश्यक जांच-पड़ताल के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। गौरतलब है कि आरोपी पुष्पराज ने 17 जनवरी 2021 को शराब कंपनी के कर्मचारी अनुज दीक्षित और उसकी महिला मित्र प्रिया सिंह की कार का पीछा कर चित्रकूट थाना के सेमरिया मोड़ पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।

उक्त प्रकरण में ही कुछ दिन बाद गिरफ्तार होकर आरोपी जेल चला गया था, तभी से वह सलाखों के पीछे है।

कूटरचित दस्तावेजों से नीलकंठ समिति हथियाने का प्रयास

पुलिस ने बताया कि स्वामी नीलकंठ उर्फ नारायणदास महाराज के शिष्य बम महादेव दास के द्वारा मैहर में स्वामी नीलकंठ शिक्षण समिति और स्वामी नारायणदास शिक्षा समिति स्थापित कर गरीब बच्चों के लिए आईटीआई समेत कई तरह के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए थे।

दोनों समितियों के अध्यक्ष ने ट्रस्ट और फर्म के सुचारू संचालन के उद्देश्य से पुष्पराज सिंह को सचिव पद पर नियुक्त किया था, मगर कुछ समय बाद उसके द्वारा की जा रही अनियमितताओं की बात पता चली, जिसमें आरोपी ने नियम-कायदों को ताक पर रखते हुए कूटरचित दस्तावेज तैयार कर पूर्व के सदस्यों को हटाकर अपने पुत्र आनंद सिंह और पुष्पेन्द्र सिंह पुत्र रामगोपाल सिंह को कोषाध्यक्ष, अमित सिंह पुत्र चंद्रकिशोर सिंह को उप सचिव, पुष्पेन्द्र बहादुर सिंह को उपाध्यक्ष व प्रवीण सिंह पुत्र आरबी सिंह एवं हेमलता सिंह को सदस्य बना लिया। कुछ समय बाद कागजों में रूपेश सिंह को सचिव दिखाया गया।

इतना ही नहीं आरोपी ने समिति के प्रारंभिक सदस्यों के इस्तीफे तैयार करवाकर कूटरचित हस्ताक्षर के साथ पेश कर दिए और जरूरी दस्तावेज कार्यालय से गायब करने में सफल रहा।

जांच पर की गई कायमी

उक्त शिकायत की जांच के पश्चात डबल मर्डर के प्रकरण में जेल में बंद आरोपी पुष्पराज के हस्ताक्षर-नमूने प्राप्त कर जांच के लिए भेजे गए। प्रमाणित रिपोर्ट हासिल होने पर आरोपी के खिलाफ धारा 417, 420, 468 और 471 का अपराध 3 सितंबर 2022 को पंजीबद्ध किया गया था।

उक्त प्रकरण में ही पूछताछ और दस्तावेजों की जब्ती के लिए 3 जुलाई को प्रोडक्शन वारंट पर सेंट्रल जेल सतना से आरोपी को गिरफ्तार कर एक दिन की रिमांड मंजूर कराई गई। आवश्यक कार्रवाई के पश्चात पुष्पराज को पुन: जेल पहुंचा दिया गया।

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