अजब गजब: असली फूलों की जगह बनाया 6 करोड़ मीटर धागे के फूलों का बगीचा, 12 साल की लगी मेहनत, सुंदर इतना कि भरोसा ही ना हो आंखों पर

असली फूलों की जगह बनाया 6 करोड़ मीटर धागे के फूलों का बगीचा, 12 साल की लगी मेहनत, सुंदर इतना कि भरोसा ही ना हो आंखों पर
  • असली फूलों की जगह बनाया 6 करोड़ मीटर धागे के फूलों का बगीचा
  • 12 साल की लगी मेहनत
  • सुंदर इतना कि भरोसा ही ना हो आंखों पर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऊटी के नीलगिरी जिले में बोट हाउस के सामने एक थ्रेड गार्डन है। जो कि लोगों का अट्रैक्शन केंद्र बनता है और पर्यटकों को अपनी तरफ अट्रैक्ट करता है। इस गार्डन की एक खास बात है कि ये गार्डन हाथ से तैयार किया गया है। इसमें कृत्रिम फूल, पौधों के अलावा और भी सारी चीजें बहुत ही बेहतरीन अंदाज में तैयार की गई हैं। इस गार्डन का निर्माण करने में करीब 20 सालों की कड़ी मेहनत लगी है। साल 1988 में प्रोफेसर एंटनी जोसेफ के गाइडेंस में करीब 50 महिलाओं की टीम ने इन फूलों को तैयार किया है। इन फूलों को बनाने में किसी भी मशीन का इस्तेमाल नहीं हुआ है। ये पूरा बगीचा हाथों से बनाया गया है।

किस चीज का हुआ इस्तेमाल?

इस खूबसूरत नजारे को बनाने में कार्डबोर्ड, स्टील और कॉपर वायर का इस्तेमाल किया गया है। धागों को अलग रंगों में लपेटकर फूल की पंखुड़ियां बनाई गई हैं। जिसको इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, तमिलनाडु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और यूनीक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया है।

पर्यटक होते हैं खुश

ऊटी का ये थ्रेड गार्डन सिर्फ देखने में ही नहीं बल्कि खरीदने के लिए भी है। यहां से पर्यटक बहुत ही आकर्षक होते हैं। साथ ही अपने साथ अद्भुत हाथ की बनी चीजें अपने घर ले जा सकते हैं। गार्डन में काम करने वाले एक आदमी ने बताया कि इस गार्डन को तैयार करने में 50 महिलाएं लगी थीं। जिसके बाद ये बगीचा करीब 12 साल में पूरा हो पाया था। बड़ों की एंट्री फीस 30 रुपये और बच्चों की एंट्री फीस 20 रुपये है।

Created On :   12 Nov 2024 12:04 PM GMT

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