अधिक बच्चे पैदा करने पर रूसी सरकार करती हैं महिलाओं को अवॉर्ड से सम्मानित
डिजिटल डेस्क,रुस। जहां एक तरफ भारत बढ़ती जनसंख्या के कारण परेशान है, वहीं दूसरी तरफ कुछ देश ऐसे भी जहां घटती जनसंख्या चिंता का कारण बनी हुई है और इस कारण इन देशों की सरकार जनसंख्या दर बढ़ाने के लिए लोगों को तरह-तरह की फैसिलिटी देकर उन्हें प्रोत्साहित कर रही है। बात करें रुस की तो यहां भी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने लिलिया सिरोप्याटोवा नाम की महिला को 9 जुलाई को नौवे बच्चे को जन्म देने पर "ऑर्डर ऑफ पैरेंटल ग्लोरी अवॉर्ड" से सम्मानित किया है।
दरअसल रुस में सेकंड वर्ल्ड वॉर में लाखों की तादाद में लोग मारे गए थे जिससे यहां घटती जनसंख्या दर परेशानी का कारण बन रहा था। रुस में करीब प्रति 1000 महिलाओं के मुकाबले सिर्फ 800 पुरुषों का ही आंकड़ा है। जिसके लिए रुसी सरकार ने 2008 में ये फैसला किया कि जो महिलाएं सात से अधिक बच्चे पैदा करेंगी उनको "ऑर्डर ऑफ पैरेंटल ग्लोरी" अवॉर्ड से सम्मानित किया जाऐगा।
इतना ही नहीं सितंबर 2010 में इस अवॉर्ड के लिए मेडल ऑफ पैरेंटल ग्लोरी भी आया था, जो कम से कम चार बच्चों के जन्म पर मां को दिया जाता है। खबरों की मानें तो 1944 में रुस में ये अवॉर्ड जोसेफ स्टालिन ने "हीरो मदर ऑवर्ड" शुरु किया था। ये अवॉर्ड इसलिए था ताकि महिलाएं अधिक से बच्चे पैदा कर देश को समर्पित करें।
इसके अलावा रुसी सरकार ने 12 सितंबर, 2007 को ‘गर्भधारण दिवस’ घोषित कर दिया था और इस दिन की छुट्टी भी रहती है, ताकि लोग बच्चे पैदा करने पर फोकस कर सकें। इसके अलावा जो महिलाएं इस दिन के ठीक नौ माह बाद बच्चे को जन्म देती हैं तो उन्हें कार और इलेक्ट्रॉनिक आयटम्स भी गिफ्ट किए जाते हैं।
Created On :   10 July 2019 3:54 PM IST