दुनिया की सबसे गहरी झील में, क्यों हवा में लटकते नजर आते हैं पत्थर
- झीलों के ऊपर मंडराते पत्थर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में कई ऐसी चीजें मौजूद हैं जो आपको काफी हैरान कर देंगी, आज हम कुछ ऐसी ही एक झील की बात करेंगे जो अपने अंदर कई राज समेटे है। प्रकृति कभी-कभी मनोरम दृश्य दिखाती है, इसी में शामिल है झील बैकल पर जेन पत्थरों का यह अजूबा मामला। बैकल झील साइबेरिया में स्थित है। यहां पत्थर जमी हुई झीलों के ऊपर मंडराते हुए नजर आते हैं। यह बर्फ की पतली सी नोक पर खुद को खड़ा करके रखते हैं, दूर से इन्हें देखकर लगता है कि जैसे यह हवा में झूल रहे हो।
बैकल झील पर एक दुर्लभ घटना देखने को मिलती है वह है वहां मौजूद जेन पत्थर, सर्दियों में बैकल झील लगातार ठंडी और सूखी रहती है इस वजह से झील की सतह जम जाती है। यह एक आम घटना हो सकती है पर इसे खास बनाते हैं वहां हवा में झूलते दिखाई देने वाले जेन पत्थर। हाल ही में साइबेरिया के एक नेचर फोटोग्राफरों द्वारा जेन पत्थरों की एक तस्वीर ली गई थी जिसे "रूस के सर्वश्रेष्ठ" फोटो प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त हुआ है, इस तस्वीर को खींचने वाले फोटोग्राफर का कहना है कि "यह प्रकृति के संतुलन का प्रतीक है।" यह एक शांति की भावना को दिखाता है।
जेन पत्थरों की सुंदरता के बावजूद, उनके बनने की प्रक्रिया काफी मायावी बनी हुई है। कई सारी वेबसाइटों और ब्लॉगों ने इसके बारे में बताने कि कोशिश की है, लेकिन वे ज्यादातर अनुमान ही लगा पाएं हैं। इन पत्थरों के हवा में झूलने की वजह के तौर पर बताया गया है कि सूरज की रोशनी बादलों के कारन लेक पर नहीं गिरती है जिसके बाद वहां पर हवा और गर्मी में कमी आ जाती है। यह आद्रता को खत्म करने में अहम भूमिका निभाती है जिस वजह से पत्थर के नीचे की बर्फ पिघलती नहीं है और पत्थर उस पर टिका रहता है।
Created On :   6 Nov 2021 9:35 AM GMT