क्या 21वीं सदी तक मालदीव सहित ये 5 द्वीप हो जाएंगे विलुप्त ?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में ग्लोबल वार्मिंग के कारण भारी वर्षा, बाढ़, सूखा, तूफान, चक्रवात जैसी आपात स्थिति पहले से अधिक बढ़ी हैं। कई वैज्ञानिकों का मानना है कि, समुद्र के लगातार बढ़ते जलस्तर की स्थिति आने वाले समय में बड़े संकट की ओर इशारा कर रही है। उन्होंने अपने अनुभवों और अन्वेषण के आधार पर अनुमान जारी किए हैं। जिनके अनुसार, वर्ष 2100 तक पूरी दुनिया के सागरों का जलस्तर काफी बढ़ सकता है यह जलस्तर 6.5 फीट तक जा सकता है, बढ़ते जलस्तर की वजह से लाखों लोगों को विस्थापित करना पड़ सकता है।
अंटार्कटिक और ग्रीनलैंड पूरी तरह बर्फ से ढका हुआ है, गलोबल वार्मिंग के बढ़ने से यह बर्फ की चादरें धीरे- धीरे पिघलना शुरू कर देती हैं जिससे जलस्तर में काफी बदलाव आ जाता है। यह चादरें इतनी विशाल हैं कि इनके पिघलने से जलस्तर कई फीट बढ़ जाता है।
उष्मीय प्रसार का अहम रोल
समुद्री जलस्तर को बढ़ाने में उष्मीय प्रसार एक अहम रोल निभाता है। आने वाले वक्त में भी इसका प्राथमिक योगदान दखने को मिल सकता है। हिमनदों का भी योगदान जलस्तर में काफी बदलाव लाता है, इनकी वजह से जलस्तर में 480 मिमी. की औसतन वृद्धि के साथ 90 से 880 मिमी. की तक की वृद्धि होने की आशंका रहती है। जलस्तर के ऐसे बढ़ने से मानव समाज का जीवन अस्त-वयस्त हो जाएगा, इसके परिणामस्वरूप 187 मिलियन लोग विस्थापित होने के कगार पर आ जाएंगे। लगभग 1.79 मिलियन वर्ग किलोमीटर जमीन जल में समाहित हो जाऐगी।
मालदीव
आपने मालदीव का नाम तो सुना ही होगा, हिंद महासागर की शान कहाने वाला यह द्वीप परिचित है अपने टूरिस्ट डेस्टीनेशन के लिए। यहां पानी के बीच भी होटल्स उपलब्ध हैं। लेकिन जिस हिसाब से जलस्तर बढ़ रहा है वह चिंता का विषय बना हुआ है, 2100 तक यह देश कहीं जलमग्न ना हो जाए।
सोलमन द्वीप समूह
यह द्वीप समूह 1000 द्वीपों के समूह को मिलाकर बना है, इसके आस- पास लगातार बढ़ रहे जलस्तर की वजह से इसके 5 द्वीप समूह डूब चुके हैं। जब द्वीप पर लगातार नजर रखी गई तो पता चला कि यह हर साल 8 मिमी पानी में डूब रहा है।
पलाउ
यह द्वीप समूह प्रशांत माहासागर में स्थित है, यहां पर जब 1993 से नजर नजर रखी गई तो पता चला कि यहां का जलस्तर हर साल 0.35 इंच जलमग्न हो रहा है। अगर गर्मी इसी हिसाब से बढ़ती रही तो इसे 2090 तक बचाना काफी मुकिश्ल हो जाएगा।
फिजी
यह द्वीप समूह दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित है, यूनाइटेड नेशन्स फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज ने कहा है कि ध्रुवीय बर्फ के पिघलने से यह द्वीप भी ज्लद ही जलमग्न हो जाएगा।
माइक्रोनेशिया
यह एक द्वीप देश है, जो कि प्रशांत महासागर में स्थित है और 607 द्वीपों से मिलकर बना है। यह देश फेमस टूरिस्ट डेस्टीनेशन हवाई से 2500 मिल की दूरी पर स्थित है। यह देश लगातार बढ़ते जलस्तर की वजह से छोटा होता जा रहा है और धीरे-धीरा यह भी जलमग्न होने की कगार पर होगा।
Created On :   7 July 2021 8:20 AM GMT