अजब गजब: 10 साल पहले गायब हो गया था विमान, मलबे को ढूंढकर लाने वाले को मिलेगी इतनी भारी रकम, जानकर हो जाएंगे हैरान
- 10 साल पहले गायब हो गया था मलेशिया का विमान
- कई सालों तक ढूंढने के बाद भी नहीं चला था पता
- वापस से शुरू की जा रही है ढूंढे जाने की प्र्क्रिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विमानों की हिस्ट्री के बारे में जानें तो, कई सारे विमानों की तरह-तरह की हिस्ट्री रही है। ऐसे ही विमानों के इतिहास में सबसे बड़े रहस्यों में से एक रहस्य MH370 के गायब हो जाने का भी है। इस विमान के खो जाने के बाद करीब 10 साल बाद उसको ढूंढना फिर से शुरू किया गया है। मलेशिया के परिवहन मंत्री एंथनी लोके ने 20 दिसंबर, 2024 को ऐलान किया था कि, साल 2014 में गायब हो जाने वाले विमान MH370 की तलाश वापस से जारी की जा रही है। इसके लिए 70 मिलियन डॉलर के प्रस्ताव पर भी सहमति जाहिर की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, यह परिचालन ओशन इन्फिनिटी के साथ 18 महीने के अनुबंध के तहत वापस से शुरू होने वाली है।
10 साल पहले गायब हुआ था विमान
ये विमान करीब 10 साल पहले साल 2014 में गायब हो गया था। इसमें 239 लोग बैठे थे। इसको ढूंंढने के लिए कई सारे अभियान भी करवाए गए थे। लेकिन अभ तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। नया अभियान ओशन इन्फिनिटी की देखरेख में किया जाएगा। जो कि दक्षिणी हिंद महासागर पर केंद्रित होगा।
कब से शुरू होगी ढूंढने की प्रक्रिया शुरू?
अमेरिका की इस रोबोटिक्स कंपनी ओशन इन्फिनिटी को तभी भुगतान करना होगा जब विमान का मलबा मिल जाएगा और कंपनी को दिया जाएगा। टेक्सास में स्थित इस कंपनी की योजना जनवरी से अप्रैल के बीच में शुरू की जाएगी।
मलबा मिलने पर ही मिलेंगे पैसे
ये विमान 8 मार्च 2014 को बीजिंग जाते हुए लापता हो गया था। इस प्लेन को ढूंढने की प्रक्रिया करीब तीन सालों तक चली। जिसके बाद साल 2017 में बंद कर दी गई थी। जिसके बाद सैटेलाइट की पिक्चर की मदद से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि, विमान दक्षिणी हिंद महासागर में डूब गया है। लेकिन कई सालों तक खोजबीन करने के बाद भी मलबा अब तक नहीं मिला है।
एक नई खोजबीन अभियान के तहत 15 हजार किलोमीटर वर्ग में खोजबीन होगी। जो कि 'मलबा नहीं तो पैसा नहीं' के आधार पर होगी। एक समाचार एजेंसी के हवाले से ये बात सामने आई है कि, ओशन इन्फिनिटी की तरफ से खोज अभियान का प्रस्ताव काफी मजबूत है। जिस पर विचार किया जाना चाहिए। साल 2025 की शुरुआत तक समझौते को अंतिम रूप दे देने की संभावना है। जिसमें ये सुनिश्चित करता है कि, मलेशिया कंपनी को सिर्फ और सिर्फ तभी भुगतान करेगा जब उसके हाथों प्लेन का मलबा लगेगा।
Created On :   21 Dec 2024 7:00 PM IST