CREA रिपोर्ट में खुलासा, तेल को लेकर भारत को हेकड़ी दिखाने वाले यूरोपीय देशों की खुली पोल
- रूस-यूक्रेन युद्ध
- रूस पर कई प्रतिबंध
- यूरोपीय देश खरीद रहे हैं रूसी तेल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्धकी शुरुआत से ही यूरोपीय देशों ने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध लगाए हुए हैं। यूरोपीय देशों ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया है। जबकि अब तक ये देश अपने पारंपरिक तेल निर्यातक से तेल खरीद रहे थे। आर्थिक प्रतिबंध और तेल खरीदने से मनाई करके यूरोपीय देश रूस की अर्थव्यवस्था को कमजोर करना चाहते है। कई यूरोपीय देशों ने आर्थिक प्रतिबंधों को लागू करने और रूस से तेल खरीदी बंद करने को लेकर भारत पर भी प्रेशर डाला। यूरोपीय देशों ने भारत के रूस से तेल खरीदने को लेकर एतराज भी जताया।
हाल ही में इन सब को लेकर फिनलैंड स्थित सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि रूस पर बैन लगाने वाले यूरोपीय देशों के लिए पांच देश लॉन्ड्रोमैट्स की भूमिका निभा रहे। लॉन्ड्रोमैट से तात्पर्य यह है कि यूरोपीय देश रूस से सीधे तेल नहीं खरीद कर लॉन्ड्रोमैट देशों में शोधित (रिफाइन) रूसी तेल खरीद रहे हैं। रिपोर्ट में इन पांच देशों के नाम भारत, चीन, सिंगापुर, तुर्की और यूएई बताए गए है। ये पांच देश भारी मात्रा में रूस से तेल खरीद रहे है। और रिफाइन कर उच्च कीमतों पर यूरोपीय देशों को बेच रहे है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी तेल आयात पर बैन लगाने वाले देशों ने लॉन्ड्रोमैट्स से पिछले एक साल में 42 अरब यूरो का तेल आायात किया है। रिपोर्ट में दावा किया है कि रूसी तेल आयात में अब और बढ़ोतरी हुई है। इस रिपोर्ट में लॉन्ड्रोमैट्स में शामिल देशों पर मौके में फायदा का आरोप लगाते हुए उनकी कड़ी आलोचना की गई है।
Created On :   16 Jun 2023 4:48 PM IST