नागौद एसडीओपी का नवाचार: शैक्षणिक संस्थानों में अगर कोई कर रहा है परेशान तो बेटी की पेटी में डालें अपनी फरियाद

शैक्षणिक संस्थानों में अगर कोई कर रहा है परेशान तो बेटी की पेटी में डालें अपनी फरियाद
  • नाबालिग बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के साथ यौन शोषण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं
  • बदनामी और जान जाने के डर से पीडि़त सामने आकर शिकायत नहीं दर्ज कराती हैं
  • इस परेशानी का तोड़ निकालते हुए एसडीओपी विदिता डागर ने एक अनूठी पहल की है

डिजिटल डेस्क, सतना। शैक्षणिक संस्थानों के अंदर-बाहर और आने-जाने के रास्तों समेत कार्य स्थल पर नाबालिग बच्चियों, युवतियों और महिलाओं के साथ यौन शोषण की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। मगर अधिकांश मामलों में बदनामी और जान जाने के डर से पीडि़त सामने आकर शिकायत नहीं दर्ज करातीं हैं। इस परेशानी का तोड़ निकालते हुए स्कूल-कॉलेजों में छात्राओं को सुरक्षा का भरोसा दिलाने के मकसद से भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी और नागौद की एसडीओपी विदिता डागर ने एक अनूठी पहल की है। उन्होंने अपने अनुभाग के सभी थाना प्रभारियों को शैक्षणिक संस्थानों में शिकायत पेटी लगाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें कोई भी पीडि़त छात्रा अपनी परेशानी लिखकर डाल सकती हैं, जिसकी जांच के उपरांत आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया में शिकायतकर्ता की पहचान को गुप्त रखा जाएगा। आईपीएस अफसर ने इस पेटी का नाम बेटी की पेटी रखा है।

प्रथम चरण में 5-5 स्कूल-कॉलेज

एसडीओपी विदिता डागर ने बताया कि ग्वालियर में तैनाती के दौरान यह नवाचार किया था, जो काफी सफल रहा। ऐसे में सतना आने पर उन्होंने पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता से इस पर चर्चा की तो उनकी तरफ से भी सहमति मिल गई, लिहाजा इस विचार को हकीकत में बदलने के प्रयास प्रारंभ किए गए। प्रथम चरण में नागौद सबडिवीजन के नागौद, उचेहरा, जसो, सिंहपुर और कोठी थाना क्षेत्रों के 5-5 स्कूल-कॉलेजों में बेटी की पेटी लगाई गई हैं। सभी पेटियां 15 दिन के अंतराल में खोलकर देखी जाएंगी और शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई होगी। अच्छा फीडबैक मिलने पर ज्यादा से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में पेटियां लगाने पर विचार किया जाएगा।

इनका कहना है

स्कूल-कॉलेज और अन्य कार्यस्थलों पर छात्राएं, युवतियां और महिलाओं के साथ आपत्तिजनक घटनाएं होती हैं, मगर बदनामी और डर के कारण ज्यादातर पीडि़त सामने नहीं आते। ऐसे में उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से प्रथम चरण में नागौद सबडिवीजन के शैक्षणिक संस्थानों में बेटी की पेटी के नाम से शिकायत पेटी लगवाई गई हैं। अच्छा रिस्पांस मिलने पर स्कूल-कॉलेजों के साथ अन्य कार्यस्थलों पर भी इसे लागू किया जाएगा।

Created On :   8 March 2024 4:31 PM IST

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