जिला अस्पताल के हालात: स्वास्थ्य सेवाएं बनी मजाक, लैब में बाहरी व्यक्ति कलेक्ट कर रहा ब्लड सैंपल और फार्म
- जवाबदार अधिकारियों को पता ही नहीं
- गलत जांच रिपोर्ट मरीज के लिए बन सकती है जानलेवा
- लंच टाइमिंग के बाद कर्मचारियों का भी नहीं होता अता-पता
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल स्थित पैथालॉजी लैब में अनाधिकृत बाहरी व्यक्ति से काम कराया जा रहा है। खासकर लंच टाइमिंग में स्टाफ के स्थान पर बाहरी व्यक्ति मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर फार्म कम्पलीट करता देखा जा सकता है। सैंपल की गलत एंट्री से जांच रिपोर्ट प्रभावित होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यदि किसी मरीज की रिपोर्ट बदलती है तो इसकी जवाबदारी किसकी होगी।
जिला अस्पताल की पैथालॉजी लैब में दोपहर १.३० बजे के बाद जवाबदार अधिकारी नहीं मिलते। इस दौरान बाहरी व्यक्ति बेरोकटोक लैब में घूमते देखे जा सकते है। वहीं दूसरी ओरलंच टाइमिंग के बाद कर्मचारियों का भी अता-पता नहीं होता। ऐसे में मरीज ब्लड जांच और रिपोर्ट के लिए भटकते देखे जा सकते है।
ब्लड सैंपल व फार्म कलेक्शन कर रहा था
जिस कक्ष में बाहरी व्यक्ति बैठकर सरकारी कर्मचारी की तरह रौब झाड़ रहा था वहां ब्लड सैंपल जमा किए जाते है। उक्त व्यक्ति मरीज से ब्लड सैंपल लेकर फार्म कम्पलीट कर ऑनलाइन एंट्री के लिए दे रहा था। यदि वह किसी तरह की गलती कर दें तो गलत रिपोर्ट जारी होना लाजमी है। ऐसे में मरीज को कैसे सही इलाज मिल सकेगा।
पूछने पर कहा, ऐसे ही बैठ गया था
लैब के पंजीयन कक्ष में बैठे मिले उक्त शख्स से जब उसका नाम पूछा गया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। पूछने पर उसने कहा कि ऐसे ही बैठा था, यहां सिर्फ मरीजों के ब्लड जांच फार्म कम्पलीट कर रहा था। ऐसे अनाधिकृत बाहरी व्यक्ति को रोकने-टोकने वाला यहां कोई जवाबदार अधिकारी नहीं था।
क्या कहते हैं अधिकारी
कलेक्शन सेंटर में इस तरह से अनाधिकृत व्यक्ति नहीं बैठ सकता है। स्टाफ से जानकारी ली जाएगी। ऐसे असामाजिक तत्वों को रोकने गार्ड उपलब्ध कराने सीएस से पत्राचार किया जाएगा। दोपहर १.३० बजे तक हमारी ड्यूटी होती है, जरुरत पडऩे पर हम लैब आते है।
डॉ.ममता आनदेव, प्रभारी अधिकारी, लैब
Created On :   7 Sept 2024 9:44 AM IST