डायवर्सन मार्ग बहा: जान जोखिम में डाल नदी पार करने मजबूर स्कूली बच्चे व ग्रामीण

जान जोखिम में डाल नदी पार करने मजबूर स्कूली बच्चे व ग्रामीण
  • भजिया नदी को पार करने जोखिम उठा रहे ग्रामवासी
  • ग्राम भजिया सहित 1 दर्जन से अधिक गांवों के लोग परेशान
  • पुल निर्माण नहीं होने का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पलटवाड़ा से सिंगोड़ी के बीच प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भजिया नदी पर पुल का निर्माण अधूरा पड़ा है। नदी पार करने बनाया गया डायवर्सन रोड नदी में बहाव अधिक होने से बह गया है। अब नदी पार करने ग्रामीण जोखिम उठा रहे हैं। बहाव के बीच पाइप के सहारे स्कूली बच्चे और ग्रामीण नदी पार करने को मजबूर हैं। स्कूली बच्चों को एक-एक कर नदी पार कराया जा रहा है।

गौरतलब है कि उक्त डायवर्सन मार्ग से ग्राम भजिया सहित एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग आश्रित हैं। इन सभी गांवों के लोग अब नदी पार करने जोखिम उठा रहे हैं। खासबात यह कि डायवर्सन बहे, छह दिन गुजर चुके हैं, जबकि न तो पुल बना रहे एमपीआरआरडीए ने सुध ली है और न ही प्रशासन का ध्यान इस ओर गया है। पुल निर्माण में देरी, डायवर्सन रोड के बह जाने व वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने पर ग्रामीणों ने विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

एक साल से बन रहा पुल, अब तक दो पीयर ही खड़े हो पाए:

भजिया नदी पर पुल का निर्माण करीब 1 साल से चल रहा है। कार्य की रफ्तार ऐसी कि अब तक दो पीयर ही खड़े हो पाए हैं। ठेका एग्रीमेंट के अनुसार करीब 50 मीटर लंबे पुल के निर्माण में अभी वक्त है, लेकिन अब तक बमुश्किल 30 फीसदी की प्रोग्रेस ही बताई जा रही है। हालांकि अपेक्षा के अनुरूप प्रोगे्रस नहीं मिलने पर विभाग ने ठेका टर्मिनेट कर दिया है।

अब जो रास्ता सुझा रहे वह कीचड़ से सना:

भजिया नदी से डायवर्सन रोड बहने के बाद अब एमपीआरआरडीए इकाई दो का अमला अब नया वैकल्पिक मार्ग सुझा रहा है। ग्राम भजिया से बांकामुकासा वैकल्पिक मार्ग बताया जा रहा है। उक्त मार्ग कीचड़ से सना हुआ है। दो से ढाई फीट तक के गड्ढे भी उक्त मार्ग पर है। जिसमें मिट्टी-मुरम डालकर चलने लायक बनाया जा रहा है।

सबसे ज्यादा फजीहत स्कूली बच्चों की:

डायवर्सन मार्ग बह जाने से सबसे ज्यादा फजीहत स्कूली बच्चों की हो रही है। भजिया सहित मंधानगढ़, लछुआ, सगोनिया, सालीवाड़ा, बड़ेगांव, पटनिया, गढ़ा, बाबई, गौलीढाना, पलटवाड़ा और राहीवाड़ा सहित अन्य गांवों के केजी से लेकर 12 वीं कक्षा तक के बच्चे सिंगोड़ी और छिंदवाड़ा के स्कूलों में पढ़ते हैं। जिन्हें बहे डायवर्सन मार्ग के पाइप के सहारे नदी पार करना पड़ रहा है। बताया जा रहा वैकल्पिक मार्ग भी ठीक नहीं है।

ग्रामीणों का कहना... बमुश्किल नदी पार कर पा रहे:

भजिया निवासी कृपाराम चंद्रवंशी, रामभरोस चंद्रवंशी, मोहन पटेल और दुर्गा पटेल का कहना है कि पुल का निर्माण बेहद धीमी गति से चल रहा है। डायवर्सन मार्ग ही अच्छा बना देते तो बहने की स्थिति नहीं बनती। अब डायवर्सन मार्ग बहे 6 दिन गुजर गए हैं, बमुश्किल नदी पार कर पा रहे हैं, फिर भी न तो सडक़ बनाने वाला विभाग ध्यान दे रहा है और न ही प्रशासन ने कोई सुध ली है। बहाव और तेज हुआ तो नदी पार करना और ज्यादा खतरनाक हो सकता है। जो वैकल्पिक मार्ग बताया जा रहा है उसकी हालत भी ठीक नहीं है।

इनका कहना है...

डायवर्सन रोड बह जाने से दिक्कतें हो रही हैं। अब बांकामुकासा मार्ग को चलने लायक बना रहे हैं। यहां बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जिसे टेम्परेरी तौर पर चलने लायक बनाया जा रहा है। ग्रामीण उक्त मार्ग से आना-जाना कर सकेंगे।

- ज्योति तुमड़ाम, एएम, एमपीआरआरडीए

Created On :   27 July 2024 4:46 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story