मुकद्दर का सिकंदर है ये खिलाड़ी, एक विवाद ने बना दिया कप्तान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोई इंसान ‘मुकद्दर का सिकंदर’ कैसे साबित होता है, अगर ये जानना है तो इसका एक नया और ताजा उदाहरण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में देखने को मिलेगा। जी हां, महज 12 टेस्ट मैच खेलने वाले टिम पेन ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान चुने गए हैं। उन्हें स्टीव स्मिथ की जगह टीम की कमान सौंपी गई है।
बॉल टेम्परिंग विवाद के बीच मिली कप्तानी
दरअसल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में हुए बॉल टेम्परिंग विवाद के बाद कंगारू टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ, उपकप्तान डेविड वॉर्नर और कैमरून बैनक्रॉफ्ट को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने वापस स्वदेस बुला लिया है। स्मिथ और वॉर्नर पर एक-एक साल का बैन लगाने क साथ ही बैनक्रॉफ्ट पर भी 9 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया है।
पेन को टेस्ट क्रिकेट का नहीं है ज्यादा अनुभव
क्रिकेट की दुनिया पर लम्बे समय तक राज करने वाली मजबूत ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी अब सिर्फ 12 टेस्ट के अनुभव वाले 33 वर्षीय खिलाड़ी टिम पेन के हाथों में है। पेन ने अपना पहला टेस्ट मैच 13 जुलाई 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। महज 4 टेस्ट खेलने के बाद ही उन्हें भविष्य के कप्तान के तौर पर देखा जाने लगा था। लेकिन एक मैच के दौरान उनकी उंगली में चोट लग गई और उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। ये चोट इतनी ज्यादा परेशान करने वाली थी कि पेन को इसे जोड़ने के लिए कई ऑपरेशन्स करवाने पड़े। इसी वजह से उनकी लम्बे वक्त तक टीम में वापसी नहीं हो पाई।
बतौर कप्तान बेहतर प्रदर्शन का रहेगा दबाव
इसे टिम पेन की बेहतरीन किस्मत ही कहा जाएगा कि जिस टीम में उनके दोबारा चयन को लेकर लोग हैरान हुए थे अब वो उसी टीम के टेस्ट कप्तान बन गए हैं। पेन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम को लीड करेंगे। जाहिर है इस पूरे विवाद में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की छवि को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में बतौर कप्तान टिम पेन की जिम्मेदारी बढ़ गई है। उन्हें न केवल खुद को साबित करना है बल्कि साथी खिलाड़ियों का मनोबल भी फिर से बढ़ाना होगा जो इस विवाद के बाद बुरी तरह गिरा हुआ है।
Created On :   28 March 2018 4:38 PM IST