Union budget 2025: 'गोली के घाव पर Band-Aid', राहुल गांधी ने की बजट की आलोचना
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया केंद्रीय बजट
- राहुल गांधी ने बजट को लेकर केंद्र सरकार पर साधा निशाना
- सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में शनिवार (1 फरवरी, 2025) को केंद्रीय बजट पेश किया। बजट में कई बड़े ऐलान किए गए, जिसमें टैक्स पेयर्स को दी गई राहत भी शामिल है। इसी बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बजट पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बजट पेश कर के गोली के घाव पर मरहम पट्टी (Band-Aid) की है।
राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लिखा, 'गोली के घाव पर Band-Aid। वैश्विक अनिश्चितता के बीच, हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए प्रतिमान बदलाव की आवश्यकता थी। लेकिन, यह सरकार विचारों के मामले में दिवालिया हो चुकी है।'
राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी बजट क लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने एक्स पर लिखा, एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है - नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली! कांग्रेस अध्यक्ष ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि देश आज बेरोजगारी और महंगाई झेल रहा है, लेकिन मोदी सरकार झूठी तारीफ तारीफ बटोरने में लगी हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि बीते 10 सालों में मोदी सरकार ने मध्यम वर्गीय परिवारों से करोड़ों रुपयों का इनकम टैक्स वसूला है और अब वह 12 लाख की छूट दे रहे हैं।
मेक इन इंडिया बना नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मशीन
इस "घोषणावीर" बजट में अपनी खामियां छिपाने के लिए Make In India को National Manufacturing Mission बना दिया गया है। बाकी सारी घोषणाएं लगभग ऐसी हैं।
- युवाओं के लिए कुछ नहीं है।
- मोदी जी ने कल वादा किया था कि इस बजट में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए वो बड़ा कदम उठाएंगे, पर बजट में कुछ ऐसा नहीं निकला।
- किसानों की आय दोगुना करने के लिए कोई roadmap नहीं; खेती के सामान पर GST दर में कोई रियायत नहीं दिया गया।
- दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, गरीब और अल्पसंख्यक बच्चों के स्वास्थ, शिक्षा, स्कॉलरशिप की कोई योजना नहीं ।
- Private Investment कैसे बढ़ाना है, उसके लिए कोई Reform का कदम नहीं है।
- Export और Tariff पर दो चार सतही बातें कहकर अपनी विफलताओं को छिपाया गया है।
- गरीब की आय को बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया गया है।
- लगातार गिरते consumption पर एक भी कदम नहीं उठाया गया है।
- असमान छूती महँगाई कि बावजूद MGNREGA का बजट वही का वही है। श्रमिकों को आय बढ़ाने के लिये कुछ नहीं किया गया।
- GST के Multiple Rates में कोई सुधार की बात नहीं की गई है।
- बेरोज़गारी को कम करने के लिए, नौकरियां बढ़ाने की कोई बात नहीं की गई।
- Startup India, Standup India, Skill India सभी योजनाएँ बस घोषणाएँ साबित हुईं।
- कुल मिलाकर ये #Budget2025 मोदी सरकार द्वारा लोगों की आँखों में धूल झोंकने का प्रयास है।
Created On :   1 Feb 2025 10:45 PM IST