छत्तीसगढ़: पूर्व सीएम और दिग्गज कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे पर ईडी का कसा शिकंजा, 15 ठिकानों पर छापेमारी

- शराब घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन
- 2017 में शराब की खरीद और बिक्री के लिए CSMCL बनाई गई थी
- सरकार बदलने के साथ ही CSMCL की जगह एक सिंडिकेट ने लही
डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंंत्री भपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के 15 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापे मारे है। मिली जानकारी के मुताबिक ईडी ने ये रेड शराब घोटोले में मारी है। ईडी भूपेश बघेल के बेटे पर बड़ा शिकंजा कसने के मूड में है।
ईडी का आरोप
ईडी के अनुसार राज्य सरकार ने 2017 में शराब की खरीद और बिक्री के लिए CSMCL बनाई गई थी, लेकिन सरकार बदलने के साथ ही ये सिंडिकेट के हवाले कर दी गई। CSMCL से जुड़े कामों के लिए सारे कॉन्ट्रैक्ट सिंडिकेट को मिलने लगे। ईडी का दावा है कि सिंडिकेट ने अवैध शराब की बिक्री से बड़ा कमीशन कमाया, ये रकम अनवर ढेबर को मिली और फिर उसने इसे राजनीतिक पार्टी तक पहुंचाई।
आपको बता दें शराब घोटाले में ईडी चैतन्य बघेल से पहले भी कई बड़े कार्रवाई कर चुकी है। ईडी ने पिछले साल मई 2024 में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत कई आरोपियों की करीब 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था, जिसकी कीमत 205.49 करोड़ रुपये थी। तकरीबन हर आरोपी की संपत्तियों की कुर्क किया गया।
किस आरोपी की कितनी कुर्की
पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा की 14 संपत्ति , जिनकी कीमत 15.82 करोड़ रुपये थी.
अनवर ढेबर की 115 संपत्तियां , जिसकी कीमत 116.16 करोड़
विकास अग्रवाल की 3 संपत्तियां कुर्क की गई थीं, जिसकी कीमत 1.54 करोड़ थी
अरविंद सिंह की 33 प्रॉपर्टी थीं, जिसकी कीमत 12.99 करोड़
अरुण पति त्रिपाठी की 1.35 करोड़ रुपये की एक संपत्ति को जब्त किया गया था
Created On : 10 March 2025 6:14 AM