सुकेश ने एलजी को लिखा एक और पत्र, कहा- जैन और जेल प्रशासन की ओर से मिल रही धमकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को लिखे एक और पत्र में जेल में बंद अपराधी सुकेश चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि उनका पहला पत्र सार्वजनिक होने के बाद से उन्हें जेल में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन और जेल महानिदेशक संदीप गोयल की ओर से धमकियां मिल रही हैं।
चंद्रशेखर ने उपराज्यपाल से तत्काल सीबीआई जांच का आदेश देने का अनुरोध किया और कहा कि सच्चाई आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन का पदार्फाश कर देगी। उसने दावा किया कि यदि जांच शुरू की गई, तो वह सभी बैठकों, बातचीत, कैश डिलिवरी, लोकेशन आदि का एक-एक विवरण प्रस्तुत करेंगे।
चंद्रशेखर का यह पत्र, जिसे उनके वकील अशोक सिंह ने पोस्ट किया, मेरे पिछले शिकायत आवेदन के सार्वजनिक रूप से जारी होने के बाद, मुझे सत्येंद्र जैन और डीजी जेल संदीप गोयल की ओर से धमकी मिल रही है। अदालतों में पेश होने पर मुझे आप पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा सबक सिखाए जाने की धमकी दी जा रही है, मुझसे कहा जा रहा है कि जो मैंने किया है, उसकी मुझे कीमत चुकानी होगी।
सुकेश ने पत्र में कहा, सर, मैं यह पत्र फिर से इसलिए नहीं लिख रहा हूं, क्योंकि मैं उनसे डर गया हूं। मैं पत्र के जरिए आपसे सीबीआई को तत्काल जांच शुरू करने का निर्देश देने का अनुरोध कर रहा हूं। मुझे आपसे एफआईआर दर्ज करने की अनुमति देने का अनुरोध कर रहा हूं। मेरे ऊपर दबाव बहुत अधिक है और कभी भी अनुचित घटना हो सकती है। उससे पहले आप के बारे में सच्चाई सामने आनी चाहिए, क्योंकि मामला केवल सत्येंद्र जैन का नहीं है, बल्कि अरविंद केजरीवाल और कैलाश गहलोत भी सभी प्रकरणों का हिस्सा हैं।
उन्होंने अपने पत्र में दावा किया, मामला जितना दिखता है उससे कहीं अधिक है, मैंने अगस्त, 2022 के महीने में ही सीबीआई एसी-वी को अन्य मामले की जांच के दौरान एक आंशिक बयान दिया है।
सुकेश ने कहा, मैंने खबर पढ़ी है और देखा है कि अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है कि भाजपा मुझे चुनाव के समय आगे कर रही है और उन्होंने लिखा है कि मैं देश का सबसे बड़ा ठग हूं, जो गुमराह कर रहा है और मुद्दे से भटका रहा है।
मैं कहता हूं कि अगर मैं देश का सबसे बड़ा ठग हूं तो क्यों 2016 में सत्येंद्र जैन के जरिए असोला में कैलाश गहलोत की उपस्थिति में 50 करोड़ रुपये लिए थे, और उसी शाम अरविंद केजरीवाल और जैन भीकाजी कामा प्लेस के पास हयात में मुझसे मिलने आए थे, जहां मैं रह रहा था।
केजरीवाल ने मुझे कुछ बड़े लोगों को जुटाने के लिए कहा, जिन्हें बदले में दक्षिणी राज्यों में विस्तार करने पर पद और सीटें दी जाएंगी और जोर देकर कहा कि मैं कर्नाटक और तमिलनाडु से कम से कम 20 से 30 लोगों को लाऊंगा, जो कम से कम 500 करोड़ रुपये दे सकते हैं।
वह (अरविंद केजरीवाल) बहुत खुश थे कि थोड़े ही समय में मैंने पार्टी के लिए 50 करोड़ रुपये जुटाए और योगदान दिया, जिसके लिए उन्होंने कहा कि मैंने राज्यसभा के लिए उनकी वफादारी और नामांकन अर्जित की है।
कुछ महीनों के बाद मैंने बैंगलोर के पूर्व पुलिस आयुक्त भास्कर राव को केजरीवाल से मिलवाया। वह एक पुलिस अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल के बाद राजनीति में शामिल होने की सोच रहे थे। भास्कर राव मुझे जानते हैं, क्योंकि उनकी बेटी मेरी एक करीबी दोस्त थी। मेरे स्कूल के दिनों से बैंगलोर में और उसके बाद वह अपने फिल्मी करियर के लिए मुंबई में थी।
उन्होंने दावा किया, 2016 में राव को केजरीवाल से मिलवाने के बाद, उन्हें कर्नाटक में आप का प्रमुख बनाया गया, जो मेरी वजह से था, और वे सभी अब एक हैं।
पत्र में कहा गया, मुझे जब 2017 में चुनाव चिन्ह मामले में गिरफ्तार किया गया था, और जेल नंबर 1 तिहाड़ में बंद किया गया, तभी सत्येंद्र जैन मुझसे मिलने आए और जानना चाहते थे कि क्या मैंने 50 करोड़ रुपये के बारे में कोई भी खुलासा तो नहीं किया, क्योंकि केजरीवाल बहुत चिंता में थे।
इसके बाद 2019 में जैसा कि पहले कहा गया था, जैन ने जेल सुरक्षा राशि के लिए अपने सहयोगी चतुवेर्दी के माध्यम से सुरक्षा राशि के रूप में अतिरिक्त 10 करोड़ रुपये प्राप्त किए। इसमें कहा गया है, मैं विनम्रतापूर्वक यह संक्षिप्त बयान प्रस्तुत करता हूं कि अरविंद केजरीवाल मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और ऐसा कार्य कर रहे हैं जैसे कि वह इसके बारे में कुछ भी नहीं जानते हैं। यह पूरी तरह से दुर्भावनापूर्ण तरीके से किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
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Created On :   7 Nov 2022 1:30 PM IST