पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लेकर विधानसभा में नीतीश का छलका दर्द, एनडीए से बिछड़ने की बताई वजह
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ने बुधवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। सरकार गठन के बाद नीतीश कुमार को विधानसभा में बहुमत हासिल करना था। अब नीतीश कुमार की नई महागठबंधन वाली सरकार पर सियासी संकट टल गया है। विधानसभा में हुई वोटिंग में उनके पक्ष में 160 सदस्यों ने बहुमत किया है। आज विधानसभा में नई सरकार गठन के बाद नीतीश कुमार बीजेपी पर जमकर हमला बोले। उन्होंने कहा कि एनडीए ने मेरा सम्मान नहीं किया।
हालांकि, इस दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की सीएम नीतीश कुमार ने तारीफ करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी तथा मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं ने मुझे बहुत सम्मान दिया था। बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार का ये दर्द तब छलका, जब हाल ही में एनडीए का साथ छोड़कर आरजेडी का दामन थामा और महागठबंधन की अगुवाई वाली नई सरकार बनाई है।
जानें एनडीए से अलग होने की वजह
नीतीश कुमार ने 2013 में भाजपा से अलग ने होने की एक बड़ी वजह बताते हुए कहा कि भाजपा उस समय अपने बड़े नेताओं को किनारे लगा रहा था इसलिए मैंने भी उस समय भाजपा छोड़ने का फैसला किया। नीतीश कुमार ने अपने भाषण में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज दिल्ली में लोग प्रचार-प्रसार में ही व्यस्त हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान 2024 के बारे में कहते हुए कहा कि जब तक विपक्ष एकजुट नहीं होगा, तब तक पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देना मुश्किल है।
2020 बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के कम सीटों लाने को लेकर कहा कि भाजपा लोग सिर्फ 2020 की बात क्यों करते हैं। उससे पहले के चुनाव को भी याद करें, जब भाजपा के मुताबिक, जेडीयू ने कहीं ज्यादा सीटें हासिल की थी। नीतीश ने आगे कहा कि पटना यूनिर्विसटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने को लेकर मैंने मांग की थी लेकिन मेरी इस मांग को स्वीकार नही किया गया। सीएम ने कहा कि जब देश आजादी की जंग लड़ रहे था तो भाजपा वाले कहां थे? क्या भाजपा इस बात का जबाव दे सकते हैं।
इस दौरान विधानसभा में भाजपा विधायक लगातार हंगामा करने लगे तो नीतीश ने कहा कि जितना अंड-बंड बोलोगे, दिल्ली में उतना आगे बढ़ाए जाओगे। विधायको के वॉकआउट पर भी सवाल उठाते हुए नीतीश ने कहा कि ऊपर से आदेश आया होगा तभी भाजपा के नेता चले गये है। बता दें कि, 10 अगस्त को सीएम नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन छोड़कर महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना लिये। इस दौरान उन्हें बिहार में सक्रिये 8 पार्टी का सर्मथन पाप्त हुआ है।
Created On :   24 Aug 2022 8:08 PM IST