स्टार्टअप्स को बहु-आयामी सहायता देने के लिए एनआरडीसी में इनक्यूबेशन सेंटर बनेगा

Incubation center to be set up at NRDC to provide multi-dimensional support to startups
स्टार्टअप्स को बहु-आयामी सहायता देने के लिए एनआरडीसी में इनक्यूबेशन सेंटर बनेगा
नई दिल्ली स्टार्टअप्स को बहु-आयामी सहायता देने के लिए एनआरडीसी में इनक्यूबेशन सेंटर बनेगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्टार्टअप्स को बहु-आयामी सहयता देने के उद्देश्य से केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी जितेंद्र सिंह ने यहां राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) में इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन किया।

मंत्री ने बताया कि निगम अपनी विभिन्न गतिविधियों जैसे स्टार्टअप्स को आईपी फाइलिंग सपोर्ट, एनआरडीसी मुख्यालय, सीएसआईआर-एनएएल और सीएसआईआर-आईएमएमटी में अपने इनक्यूबेटरों के माध्यम से स्टार्टअप्स के पोषण के लिए इनक्यूबेशन सपोर्ट, टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड, सीड फंडिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान कर रहा है। प्रारंभिक चरण स्टार्टअप, स्टार्टअप को मान्यता देने के लिए डीपीआईआईटी के साथ जुड़ाव और अंत में स्टार्टअप को सलाह देने और निगरानी के लिए उसे आईओसीएल से जोड़ा गया है।

जितेंद्र सिंह ने टीम एनआरडीसी से एक राष्ट्रीय स्तर की सुविधा स्थापित करने के लिए एक संपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया है जो देश के बढ़ते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की सभी जरूरतों के लिए एकस्टॉप समाधान प्रदान करे।

उन्होंने कहा, इसमें टीआरएल मूल्यांकन, आईपी एक्सचेंज, डिजाइन क्लिनिक, मॉडल इनक्यूबेशन सुविधा आदि जैसी सुविधाएं होनी चाहिए। भारतीय प्रौद्योगिकियों के लिए विश्व बाजार खोजने के लिए एनआरडीसी को विशेष रूप से अफ्रीकी और स्पोक मॉडल के माध्यम से एशियाई देशों से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखना चाहिए।

मंत्री ने कहा, पीएसयू के रूप में एनआरडीसी प्रौद्योगिकी मूल्यांकन, बुनियादी इंजीनियरिंग, बाजार सर्वेक्षण आदि जैसी विभिन्न मूल्यवर्धन गतिविधियों के माध्यम से आईपीआर हासिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है और भारत को सही मायने में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपना योगदान दे रहा है।

एनआरडीसी ने स्टार्टअप्स को इनक्यूबेट करने के लिए सुविधाओं का निर्माण किया है और स्टार्टअप्स को फंडिंग, सलाह, आईपी सहायता और अन्य संबद्ध सेवाओं के मामले में सहायता प्रदान करने के लिए लाभकारी योजनाओं को भी बढ़ावा दे रहा है। पिछले एक साल में निगम ने तीन इन्क्यूबेशन सेंटर और एक आउटरीच सेंटर स्थापित किया है।

पूर्वोत्तर में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2023 में गुवाहाटी में एक अन्य आउटरीच सेंटर के उद्घाटन की योजना है। अब तक कुल 10,000 स्टार्टअप्स को आईपी फाइलिंग, इनक्यूबेशन और स्टार्टअप पंजीकरण के संबंध में समर्थन प्राप्त हुआ है।

 

 (आईएएनएस)

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Created On :   31 Dec 2022 6:30 PM GMT

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