विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर मंगलवार को टीआरएस की अहम बैठक
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) अगले विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण बैठक करेगी। तेलंगाना भवन में टीआरएस विधायक दल (विधायक और एमएलसी), संसदीय दल (सांसद) और टीआरएस राज्य कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक होगी। इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री और टीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव करेंगे।
बैठक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी को तैयार करने की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना है। मुनूगोड़े विधानसभा सीट पर हाल के उपचुनाव में पार्टी के प्रदर्शन का विश्लेषण करने की भी संभावना है। टीआरएस के उम्मीदवार के. प्रभाकर रेड्डी ने भाजपा के कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी को 10,000 से अधिक मतों के अंतर से हराकर उपचुनाव जीता है।
पार्टी को 20,000 से अधिक मतों से जीत की उम्मीद थी और बैठक में कमियों के कारणों और भविष्य में उन्हें कैसे दूर किया जाए, इस पर चर्चा हो सकती है। 2023 में सत्ता पर कब्जा करने के लक्ष्य के साथ भाजपा के आक्रामक होने पर, टीआरएस प्रमुख नेताओं को निर्देश दे सकते हैं कि बीजेपी का मुकाबला कैसे किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तेलंगाना यात्रा के एक दिन बाद महत्वपूर्ण बैठक बुलाने का निर्णय आया है। हैदराबाद के बेगमपेट हवाईअड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टीआरएस पर तीखा हमला किया था और दावा किया था कि तेलंगाना में कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न्) खिलने के लिए तैयार है।
मंगलवार की बैठक में, केसीआर टीआरएस नेताओं को राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई कई विकास और कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सूचित करके, राज्य के प्रति केंद्र के भेदभावपूर्ण रवैये और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में केंद्र की विफलता पर प्रकाश डालते हुए भाजपा का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए दिशा-निर्देश दे सकते हैं।
चूंकि टीआरएस के चार विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे भाजपा के तीन कथित एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद यह पहली बैठक है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि केसीआर विधायकों को भारी नकदी, प्रमुख पदों और अन्य लाभों के प्रस्तावों के साथ लुभाने की भाजपा की कोशिशों के खिलाफ आगाह करेंगे। दो साधुओं सहित तीन आरोपियों को 26 नवंबर को हैदराबाद के पास से गिरफ्तार किया गया था, जब वह चार विधायकों को 250 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ लुभाने की कोशिश कर रहे थे।
3 नवंबर को केसीआर ने आरोपियों की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिग को सार्वजनिक किया और आरोप लगाया कि भाजपा टीआरएस सरकार गिराने की साजिश कर रही है। उन्होंने इन रिकॉर्डिग को भारत के मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और राज्य उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों को देश में लोकतंत्र को बचाने की अपील के साथ भेजा था।
टीआरएस प्रमुख मंगलवार की बैठक में पार्टी नेताओं से राज्यभर में भाजपा की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए कह सकते हैं। अन्य राज्यों में अपनी गतिविधियों का विस्तार करने के लिए पार्टी का नाम भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) में बदलने के लिए पिछले महीने लिए गए निर्णय के मद्देनजर बैठक में संगठनात्मक मामलों को भी संबोधित करने की उम्मीद है।
केसीआर पार्टी नेताओं को बीआरएस का एजेंडा और रणनीति समझा सकते हैं और उन्हें दिशा-निर्देश दे सकते हैं कि पार्टी को नए नाम के साथ विभिन्न स्तरों पर कैसे कार्य करना चाहिए।
(आईएएनएस)
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Created On :   13 Nov 2022 11:30 PM IST