उपचुनाव 2024: अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में 16 प्रत्याशियों के नामांकन सही 1 का रद्द, नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जून

अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में 16  प्रत्याशियों के नामांकन सही 1 का रद्द, नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जून
  • त्रिकोणीय है अमरवाड़ा उपचुनाव
  • बीजेपी ने प्रचार में लगाया जोर
  • कांग्रेस प्रचार की जल्द कमान थामेंगे कमलनाथ

डिजिटल डेस्क, भोपाल। छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा विधानसभा के उपचुनाव में नामांकन दाखिल करने वाले 17 उम्मीदवारों में एक उम्मीदवार का नामांकन निरस्त हो गया है। 16 चुनावी प्रत्याशियों के नामांकन सही पाए गए है। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी दीपेश भारती का नामांकन रद्द हो गया है। नाम वापस लेने का आखिरी दिन 26 जून है। अब देखना है कि कल कोई उम्मीदवार नाम वापस लेगा या नहीं।

बीजेपी की ओर से पूर्व विधायक कमलेश शाह ने नामांकन किया था। कांग्रेस की तरफ से धीरेन शाह इनवाती के अलावा शोभाराम भलावी और नवीन मरकाम ने भी डमी उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था। हालांकि इनका नामांकन कांग्रेस पार्टी के तौर पर रिजेक्ट हुए हैं। लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उनके नामांकन जमा हैं। कांग्रेस प्रत्याशी धीरेन शाह इनवाती का नामांकन सही पाया गया है। ऐसे में 16 उम्मीदवारों में से अब कौन नाम वापस लेगा यह देखना दिलचस्प हो गया है। इसके बाद ही प्रत्याशियों को लेकर अमरवाड़ा उपचुनाव की स्थिति क्लीयर होगी की अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर कुल कितने उम्मीदवार मैदान में होंगे।

आपको बता दें अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 से शुरू हुई थी जो 21 जून तक चली थी। आखिरी दिन सबसे ज्यादा आठ नामांकन दाखिल हुए थे। कांग्रेस प्रत्याशी ने भी आखिरी दिन ही नामांकन किया था। 24 जून को नामांकन फार्मों की स्क्रूटनी हुई थी। अब 26 जून तक नाम वापसी की प्रक्रिया चलेगी।

अमरवाड़ा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है। यहां कांग्रेस बीजेपी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के बीच ही मुकाबला देखने को मिलता है। जीजीपी से मैदान में उतरें देवरान भलावी कांग्रेस और बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाते हुए नजर आएंगे। खबरों के मुताबिक भारतीय आदिवासी पार्टी बाप ने जीजीपी प्रत्याशी को समर्थन दिया है। इसके पीछे की मुख्य वजह बाप और जीजीपी दोनों ही दलों की आदिवासी वोट बैंक में मजबूत पकड़ है, दोनों के चुनाव लड़ने से दोनों को ही नुकसान होगा। वहीं दोनों का एक साथ आने से किसी एक पार्टी को मजबूती मिलेगी।

Created On :   25 Jun 2024 5:18 PM IST

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