तीखे वार -प्रहार: पूर्व सीएम सोरेन ने बीजेपी शासित राज्यों के आदिवासी मुख्यमंत्रियों को रबर स्टाम्प बताया, छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव साय ने बयान की कड़ी निंदा की

पूर्व सीएम सोरेन ने बीजेपी शासित राज्यों के आदिवासी मुख्यमंत्रियों को रबर स्टाम्प बताया, छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव साय ने बयान की कड़ी निंदा की
  • सीएम साय ने सोरेन को आड़े हाथों लिया
  • सोरेन पर जमीन घोटाले का आरोप
  • सोरेन को पांच महीने बाद जमानत मिली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तीखे हमले किए। सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के आदिवासी मुख्यमंत्रियों को रबर स्टाम्प बताया तो छत्तीसगढ़ सीएम साय ने सोरेन को आड़े हाथों लिया। आपको बता दें जेल से निकलने के बाद सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड से भाजपा का सफाया हो जाएगा।

आपको बता दें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमीन घोटाले का आरोप है। सोरेन को पांच महीने बाद जमानत मिली है। सोरेन के बीजेपी सफाया होने के बयान पर बिफरे सीएम साय ने पलटवार करते हुए सोरेन परिवार को जनता को लूटकर गाढ़ी कमाई करने वाला परिवार कहा है। साय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि - देश भर में जिस तरह से भाजपा, सक्षम आदिवासी नेतृत्व दे रही है, ऐसा इससे पहले कभी नहीं था। ऐसे में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आदिवासी मुख्यमंत्रियों के बारे में अनर्गल प्रलाप निंदनीय है। यह देश भर के आदिवासी और पिछड़े समाज का अपमान है। जीवन भर अपने कृत्यों से सोरेन परिवार जिस तरह आदिवासी समाज को बदनाम करता रहा है, वह भी निंदनीय है।

साय ने सोरेन और उनके परिवार पर जनता की गाढ़ी कमाई लूटकर अपनी तिजोरी भरने वाले का आरोप लगाया। साय ने आगे कहा कि सोरेन और उनकी पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में झारखंड की जनता सबक सिखाएंगी।

सीएम ने कहा यही कारण है कि अब सोरेन समाज के प्रति ही अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे है। सोरेन परिवार का रिश्वत कांड भी अभी तक जनता भूली नहीं है। हेमंत सोरेन जी को यह समझ लेना चाहिए कि महज बेल मिल जाना अपराध मुक्ति का सर्टिफिकेट नहीं होता है। अंतिम फैसला अभी बाकी है। 5 महीने बाद जमीन घोटाले में जेल में बंद सोरेने को अब जमानत मिली है।

Created On :   30 Jun 2024 9:44 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story