झारखंड सियासत: कांग्रेस को मिलेंगे तीन मंत्रालय, RJD को एक भी नहीं, बीजेपी नेता ने हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल को लेकर किया बड़ा दावा
- हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल को लेकर किया बड़ा दावा
- कांग्रेस को मिलेंगे तीन मंत्रालय, RJD को एक भी नहीं- बीजेपी
- बीजेपी नेता ने खरगे पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। हालांकि, अभी तक उनकी सरकार के मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है। इस बीच राज्य में प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के एक नेता ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन आरजेडी को एक भी पद नहीं देंगे। वहीं, कांग्रेस को केवल तीन मंत्रालय मिलेंगे।
मंत्रिमंडल को लेकर बड़ा दावा
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी नेता प्रतूल शाह देव ने कहा, "हम लोगों ने तो नई सरकार को शुभकामनाएं दे दी है। हमारी इच्छा भी है कि वे सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल पूरा करें। लेकिन जिस तरह से राजनीतिक रूप में मारकाट मची हुई है। कांग्रेस ने डिप्टी सीएम का पद मांगा है। जिसे जेएमएम ने मना कर दिया है। जनता के हित पर ध्यान नहीं है। किसको कितने पद मिलेंगे। इस बात फोकस है। जेएमएम के हिसाब से कांग्रेस को तीन मंत्री पद मिलेंगे। आरजेडी को एक भी पद नहीं मिलेगा।''
बीजेपी नेता प्रतूल शाह ने कहा कि जेएमएम पार्टी से 10-12 मंत्री बनेंगे। अभी तो सरकार की शुरुआत हुई है। साथ ही, खींचतान भी बढ़ गई है। सत्ता में आने के बाद इसका असली चेहरा दिखना शुरू हो जाता है। कांग्रेस के एक बड़े नेता सुबोधकांत सहाय ने डिप्टी सीएम पद की मांग की थी। जिसे जेएमएम ने इनकार कर दिया।
खरगे पर निशाना
बीजेपी नेता ने कहा कि सबसे पहले 11 मंत्रियों के साथ हेमंत सोरेन शपथ लेने की बात की कही थी। लेकिन फिर हेमंत सोरेन अकेले सीएम पद की शपथ लेते हैं। राज्य में इंडिया गठबंधन को बड़ा मैनडेट मिला है। फिर क्या दिक्कत है। उम्मीद थी कि सीएम हेमंत सोरेन नई शुरुआत करेंगे। लेकिन, ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है।
महाराष्ट्र चुनाव पर मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर प्रतूल शाह ने कहा, ''खरगे अपनी पार्टी का पुराना इतिहास नहीं देख रहे हैं। इन्होंने कभी क्षेत्रीय दलों को उभरने नहीं दिया। क्षेत्रीय नेतृत्व को उभरने नहीं दिया। एक ही परिवार के आसपास राजनीति बीते 60 वर्ष से टिकी रही। खरगे जी हर चुनाव के बाद रिकॉर्डेड मेसेज बोलते हैं कि आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। ये दो-तीन राज्यों में बच गए हैं और एक-आध में सहयोगियों के साथ हैं। यह पुरानी पार्टी है और हम चाहते हैं कि सशक्त विपक्ष के रूप में सब जगह रहे लेकिन ये खुद नहीं होना चाहते तो हाथ बढ़कर आगे नहीं बढ़ा सकते।''
Created On :   30 Nov 2024 3:59 PM IST