तब्लीगी जमात से पत्रकारों को खतरा, मिल रही जान से मारने की धमकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ देश लड़ रहा है। वायरस को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन भी लागू है। इस बीच तब्लीगी जमात की बहुत बड़ी बेवकूफी सामने आई है। जमात के लोगों ने खुले तौर पर कोविड-19 और लॉकडाउन का मजाक बनाया है। जिसके नतीजा यह है कि देश में कोरोना संक्रमित 30 प्रतिशत लोग तब्लीगी जमात से ही है। वहीं इन लोगों की करतूतों को सामने लाने वाले टीवी पत्रकारों को जान से मारने की धमकी मिल रही है।
एनबीए की कार्रवाई की मांग
मामला सामने आने के बाद न्यूज ब्रॉडकॉस्टर्स एसोसिएशन (NBA) ने धमकियों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि धमकी देने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। एनबीए ने कहा पत्रकारों को सोशल मीडिया के माध्यम से टारगेट किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें कुछ धार्मिक प्रचारक न्यूज एंकरों का नाम रहे हैं और पत्रकारों को धमकी दे रहे हैं।
संघ ने साधा निशाना
तबलीगी जमात के आयोजन के बाद देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर आरएसएस ने मुस्लिम संगठन पर निशाना साधा है। संघ ने कहा कि जमात के कारण कोरोना ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़ी है। यह बात सभी लोग मान रहे हैं। आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहम वैद्य ने कहा कि अगर उनका नेतृत्व समय पर कार्यक्रम को निरस्त करता तो अच्छा रहता।
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पॉजिटिव तब्लीगी जमाती ने यूपी में डॉक्टर पर थूका
तब्लीगी जमात की बैठक में शामिल हुए मेरठ के एक 33 वर्षीय व्यक्ति का कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव आया था। उसने उत्तर प्रदेश के कानपुर के सरसैया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कथित तौर पर हंगामा किया। यहां उसे क्वारंटाइन किया गया था। उसे कानपुर के मंधाना के रामा मेडिकल कॉलेज से यहां स्थानांतरित किया गया था। चिकित्सा अधीक्षक एस.एल.वर्मा ने कहा कि न केवल उसने अस्पताल में हंगामा खड़ा किया, बल्कि उसने एक डॉक्टर पर थूका भी। इसके बाद उसने बेहतर सुविधाओं की मांग करते हुए कमरे को अंदर से बंद कर लिया। मामला इस हद तक बढ़ गया कि मरीज को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।
Created On :   6 April 2020 9:46 AM GMT