मेकर्स की अनुपस्थिति पर हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी, आज फिर से होगी मामले की सुनवाई, क्या बैन होगी आदिपुरुष?
- आदिपुरुष का विरोध लगातार जारी
- हाईकोर्ट ने "आदिपुरुष" के मेकर्स और सेंसर बोर्ड को लगाई जमकर फटकार
- आज फिर से होगी मामले की सुनवाई
डिजिटल डेस्क, मुंबई। साल की सबसे बड़ी कॉन्ट्रोवर्शियल फिल्म "आदिपुरुष" को 16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था। फिल्म शुरुआत से ही विवादों में थी लेकिन रिलीज के बाद इस पर विवाद और ज्यादा बढ़ गया जोकि थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोगों को फिल्म के डायलॉग्स और किरदार के साथ-साथ कई सीन्स भी अपत्ति जनक लगे हैं जिसका विरोध लगातार जारी है। जिसका पूरा असर फिल्म के गिरते कलेक्शन से लगाया जा सकता है। मेकर्स ने फिल्म के डायलॉग्स भी बदल दिए पर कोई अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला। फिल्म की मुश्किलें अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी भी फिल्म को लगातार बैन करने की मांग की जा रही है। वहीं कल 'आदिपुरुष' पर रोक की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसमें हाईकोर्ट ने आदिपुरुष को मेकर्स ओर सेंसर बोर्ड को जमकर फटकार लगाई है। आज फिर इस मामले में सुनवाई होनी है अब सबकी नजर आज की सुनवाई पर है क्या बैन होगी "आदिपुरुष" ?
याचिकाकर्ता ने बयान जारी कर दी जानकारी
विवादों में घिरी फिल्म 'आदिपुरुष' पर शुरुआत से ही रोक की मांग की जा रही है और इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी। वहीं 'आदिपुरुष' पर रोक की मांग वाली याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच सुनवाई कर रही है। कल 26 जून को याचिका पर सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता कुलदीप तिवारी ने इसे लेकर बयान जारी कर कहा, 'आपत्तिजनक फिल्म 'आदिपुरुष' को लेकर हमारी याचिका पर सुनवाई के दौरान आज माननीय हाई कोर्ट में जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्रीप्रकाश सिंह की डिवीजन बेंच ने सेंसर बोर्ड और फिल्म के मेकर्स को फटकार लगाई है।
सेंसर बोर्ड से पूछा गए ये प्रश्न
सेंसर बोर्ड की तरफ से एडवोकेट अश्विनी कुमार कोर्ट में मौजूद रहे थे। हमारे द्वारा 22 जून को प्रस्तुत अमेंडमेंट एप्लीकेशन को न्यायालय द्वारा स्वीकृत करते हुए सेंसर बोर्ड की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता अश्विनी सिंह से पूछा कि क्या करता रहता है सेंसर बोर्ड? सिनेमा समाज का दर्पण होता है, आगे आने वाली पीढ़ियों को क्या सिखाना चाहते हो? क्या सेंसर बोर्ड अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझता है?' कोर्ट ने यह भी कहा कि सिर्फ रामायण ही नहीं बल्कि पवित्र कुरान, गुरु ग्रंथ साहिब और गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों को तो कम से कम बख्श दीजिए, बाकी जो करते हैं वो तो कर ही रहे हैं।
मेकर्स के कोर्ट ना पहुंचने से नाराज हाईकोर्ट
कोर्ट ने फिल्म के निर्माता, निर्देशक की अनुपस्थिति पर भी हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर की है। वरिष्ठ एडवोकेट रंजना अग्निहोत्री ने सेंसर बोर्ड द्वारा अभी तक जवाब न दाखिल किए जाने पर आपत्ति जताई और कोर्ट को फिल्म के आपत्तिजनक तथ्यों से अवगत कराया। रावण द्वारा चमगादड़ को मांस खिलाए जाने, काले रंग की लंका, चमगादड़ को रावण का वाहन बताए जाने, सुषेन वैद्य की जगह विभीषण की पत्नी को लक्ष्मण जी को संजीवनी देते हुए दिखाना, आपत्तिजनक डायलॉग्स और अन्य सभी तथ्यों को कोर्ट में रखा गया जिस पर कोर्ट ने सहमति जताई है। अब आज मंगलवार, 27 जून को एक बार फिर इस मामले पर सुनवाई होगी।
फिल्म स्टार कास्ट
रामायण पर आधारित इस बिग बजट फिल्म में प्रभाष के अलावा कृति सेनन, सनी सिंह और सैफ अली खान ने भी काम किया है। कृति ने इसमें माता सीता, सनी सिंह ने लक्ष्मण वहीं सैफ अली खान ने रावण की भूमिका निभाई है। तान्हाजी जैसी सुपरहिट फिल्म बनाने वाले ओम रावत ने इसका निर्देशन किया है। फिल्म 600 करोड़ के बड़े बजट में बन कर तैयार हुई है।
Created On :   27 Jun 2023 10:32 AM IST