मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर निकली 'वीरा' 20 घंटे बाद वापस लौटी, वन विभाग ने ली राहत की सांस
- कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकल गई थी 'वीरा'
- वन्य क्षेत्र में 20 घंटे बाद वापस लौटी मादा चीता
- रिहाइशी इलाके में लोकेशन देखे जाने पर डर गए थे लोग
डिजिटल डेस्क, श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर और मुरैना स्थित कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगलों में छोड़ी गई मादा चीता वीरा के वन्य क्षेत्र से बाहर निकलने के बाद वन विभाग के पैरों तले से जमीन खिसक गई थी। इसके बाद प्रबंधन टीम वीरा को जंगल की सीमाओं के भीतर लाने की जद्दोजहद में जुट गई और आखिरकार उसे 20 घंटो बाद कामयाबी हासिल हुई। इस दौरान प्रबंधन टीम लगातार मादा चीता की लोकेशन ट्रैक करने की कोशिशों में लगी रही। दरअसल, मादा चीता वीरा रिहाइशी इलाके में पहुंच गई थी जिससे इलाके में डर का माहौल बन गया था। लगभग 20 घंटे बाद सोमवार दोपहर मादा चीता वीरपुर क्षेत्र के सामान्य वनमंडल क्षेत्र में आ गई। वीरा के वन क्षेत्र में वापस आने पर वन विभाग के प्रबंधन टीम ने राहत की सांस ली।
रिहाइशी इलाके में पहुंच गई थी वीरा
कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकली मादा चीता वीरा की लोकेशन वीरपुर तहसील के रिहाइशी इलाके में भी पाई गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, वीरा को वीरपुर पुलिस थाना क्षेत्र के सीताराम गांव के पास श्यारदा पंचायत की सरपंच के घर के पीछे देखा गया। इससे पहले उसे वीरपुर पुलिस थाने की बाउंड्री के पास कोनंदे नाले में देखा गया था। वन विभाग की टीम लगातार चीते की लोकेशन ट्रैक करती रही। जानकारी के मुताबिक, सोमवार दोपहर को लगभग 20 घंटे बाद वीरपुर वन क्षेत्र इलाके से वीरा वन क्षेत्र में दोबारा दाखिल हुई।
जानकारी के मुताबिक, वीरा दक्षिण अफ्रीका से लाई गई चीतों की दूसरी खेप में भारत आई थी। दूसरी खेप में 12 चीतों को भारत लाया गया था। 20 दिसंबर को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मादा चीता वीरा को बाड़े से निकालकर खुले जंगल में छोड़ा गया था। स्वास्थ्य परीक्षण में वीरा पूरी तरह स्वस्थ पाई गई थी। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद वीरा को कूनो नेशनल पार्क के नयागांव वन क्षेत्र में छोड़ा गया था जो पीपल बावड़ी पर्यटन जोन के अंतर्गत आता है।
Created On :   31 Jan 2024 12:45 PM IST