भारत की दृष्टि: हिंद महासागर से लेकर लाल सागर तक थर थर कांपेंगा दुश्मन, चीन के मंसूबों को करेगा खत्म!
- स्वदेशी ड्रोन से इंडियन नेवी की ताकत बढ़ेगी
- हिंद महासागर से लेकर लाल सागर तक नजर
- अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने किया तैयार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना को बीते कल बुधवार 10 जनवरी को पहला स्वदेशी 'मीडियम-एल्टिट्यूड लॉन्ग-एंड्यूरेंस ड्रोन मिला है। ड्रोन का नाम 'दृष्टि 10 स्टारलाइनर' अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) है। दृष्टि ड्रोन पहला प्रमुख हथियार है, जिसे भारतीय सैन्य बल को अडानी डिफेंस की तरफ से डिलीवर किया गया है। ये ड्रोन एल्बिट सिस्टम के हर्मीस 900 स्टारलाइनर ड्रोन का एक वेरिएंट है। स्वदेशी ड्रोन से इंडियन नेवी की ताकत बढ़ेगी और हिंद महासागर से लेकर लाल सागर तक ड्रोन शक्तिशाली साबित होगा। और चीन कांपेगा। स्वदेशी दृष्टि ड्रोन से भारतीय नौसेना की क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी।
कुछ समय से अरब सागर में तनाव बढ़ गया है, लाल सागर में समुद्री लुटेरों ने कमर्शियल जहाजों पर हमले किए जा रहे है। जहाजों को निशाना बनाया जा रहा है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए नौसेना समुद्र में बेहतर निगरानी करने में ये ड्रोन मदद करेंगे।
आपको बता दें पिछले कुछ सालों में समुद्र में नौसेना की चुनौतियां बढ़ गई हैं। हिंद महासागर में चीन की बढ़ती घुसपैठ ने नौसेना को उसकी निगरानी के लिए मजबूर किया है। चीनी जहाजों को अक्सर ही हिंद महासागर में देखा जाता है, जो भारत के लिए सुरक्षा चिंता पैदा करते हैं। अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने स्वदेशी ड्रोन दृष्टि 10 स्टारलाइनर को हैदराबाद फैसिलिटी में तैयार किया है। इसमें इजरायल की डिफेंस कंपनी एल्बिट सिस्टम से टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की मदद ली गई है।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में ये ड्रोन शक्तिशाली साबित होगा, जहां कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार ड्रोन ने बताया कि आपातकालीन वित्तीय शक्तियों का इस्तेमाल करके नौसेना और सेना के जरिए ऑर्डर किए गए चार ड्रोन में से ये पहला ड्रोन है। नौसेना और सेना को दो-दो दृष्टि ड्रोन डिलीवर किए हैं। आने वाले महीनों में बाकी के ड्रोन की डिलीवरी होनी है। सशस्त्र बलों को ऐसे करीब 100 ड्रोन की जरूरत है।
Created On :   11 Jan 2024 5:02 AM GMT