सेना सुरक्षा और सौदा: सरकार ने तीनों सेनाओं की मारक क्षमता बढाने के लिए 54 हजार करोड़ रूपये के रक्षा सौदे को दी मंजूरी

सरकार ने तीनों सेनाओं की मारक क्षमता बढाने के लिए 54 हजार करोड़ रूपये के रक्षा सौदे को दी मंजूरी
  • रक्षा अधिग्रहण परिषद की गुरूवार को हुई बैठक
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक
  • वर्ष 2025 को ‘सुधारों के वर्ष’ के रूप में मनाने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने तीनों सेनाओं की मारक क्षमता बढाने के लिए 54 हजार करोड़ रूपये के रक्षा सौदों को आज मंजूरी दे दी है। ये मंजूरी रक्षा अधिग्रहण परिषद की गुरूवार को हुई बैठक में मिली। मीटिंग की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। परिषद ने बैठक में 54,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के 8 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को जरूरत की स्वीकृति (एओएन) प्रदान की।

साल 2025 को सुधारों के वर्ष के रूप में मनाने के चलते परिषद ने पूंजी अधिग्रहण प्रक्रिया के विभिन्न स्टेप में समयसीमा को कम करने के लिए दिशानिर्देशों को भी मंजूरी दी ताकि इसे तेज, अधिक प्रभावी और कुशल बनाया जा सके।

इंंडियन नेवी के लिए, वरुणास्त्र टॉरपीडो (लड़ाकू) की खरीद के लिए भी स्वीकृति दी गयी है। इस टॉरपीडो के अधिक संख्या में नेवी में शामिल होने उसकी शत्रुओं की पनडुब्बी को ध्वस्त करने की क्षमता बढ जायेगी। वरुणास्त्र लड़ाकू नेवी की विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला द्वारा विकसित स्वदेशी रूप से विकसित जहाज से छोड़ा जाने वाला पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो है। जरूरत के आधार पर परिषद ने भारतीय एअर फोर्स के लिए, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (अवाक्स) प्रणाली की खरीद के लिए मंजूरी दी है। इससे एअर फोर्स की क्षमता बढेगी।

मिली मंजूरी में सेना के टैंकों के लिए अधिक शक्तिशाली ईंजन, नेवी के लिए पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो और एअर फोर्स के लिए निगरानी प्रणाली अवाक्स की खरीद शामिल है। न्यूज एजेंसी यूनीवार्ता से मिली जानकारी के अनुसार आर्मी के लिए टी-90 टैंकों के मौजूदा 1000 एचपी इंजन को अपग्रेड करने के लिए 1350 एचपी इंजन की खरीद के लिए मंजूरी दी गई है। इससे इन टैंकों की युद्धक्षेत्र में गतिशीलता बढेगी, विशेष तौर अत्यधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में, क्योंकि इससे शक्ति-भार अनुपात में बढ़ोतरी होगी।

Created On :   20 March 2025 7:27 PM IST

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