शीतकालीन सत्र: 'वन नेशन, वन इलेक्शन' बिल पर गरमाई सियासत, कांग्रेस-TMC ने खुलकर किया विरोध, जानें किसने क्या कहा?
- 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर सियासी घमासान
- विपक्षी दलों ने किया बिल का विरोध
- ये संविधान के मूल ढांचे पर है प्रहार- TMC सांसद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार (17 दिसंबर) को 'वन नेशन वन इलेक्शन' बिल पर वोटिंग होने के बाद उसे जेपीसी के पास भेज दिया गया है। जिसके बाद से ही सियासी पारा चढ़ा हुआ है। विपक्षी दल 'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक के खिलाफ हैं और लगातार भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रहे हैं। फिर चाहे वह कांग्रेस हो या टीएमसी। TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संविधान के मूल ढांचे पर प्रहार है। तो वहीं, काग्रेंस का कहना है कि बिल में फिलहाल ढेर सारी कमियां हैं।
मालूम हो कि, बिल के सपोर्ट में 269 वोट डाले गए हैं। वहीं, विरोध में 198 वोट आए हैं।
BJP सांसद जगदंबिका पाल ने क्या कहा?
'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद जगदंबिका पाल ने कहा- आज लोकसभा में सरकार द्वारा एक राष्ट्र एक चुनाव का बिल प्रस्तुत किया गया। सरकार चाहती है कि आज भारत में एक साथ लोकसभा और विधानसभा के चुनाव हों जो देश की आजादी के बाद लगातार 15 वर्षों तक होते रहे। पीएम मोदी का जो विकसित भारत का संकल्प है उसे पूरा करने के लिए आज यह देशहित में जरूरी है कि एक साथ(लोकसभा और विधानसभा में) चुनाव हों। सरकार चाहती तो इस बिल को सीधा पेश करके पारित कर सकती थी लेकिन इस बिल को JPC को भेजा गया है।
'देश के लिए होगा फायदेमंद'
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' विधेयक पर ओडिशा के मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा- निश्चित रूप से (केंद्र) सरकार का यह कदम बहुत स्वागत योग्य है। अगर पूरे देश में एक ही दिन में चुनाव हो, तो यह पूरे देश के लिए फायदेमंद होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि हम ऐसा करेंगे और अब सही समय आ गया है।
'हम बिल का करते हैं स्वागत'
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' बिल पर यूपी के मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा, "हम आज लोकसभा में पेश किए गए 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' बिल का स्वागत करते हैं। यह देश के विकास के लिए आवश्यक है। लेकिन समाजवादी पार्टी का चरित्र है कि वह देश के विकास के लिए किसी भी चीज का विरोध करती है।"
यह भी पढ़े -वन नेशन, वन इलेक्शन देश हित में, विपक्ष का काम विरोध करना स्नेहा दुबे पंडित
पीएन ने दिया मजबूत नेतृत्व- चौधरी
'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक पर हरियाणा सरकार की मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा- ये ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को एक मजबूत नेतृत्व दिया है। हम सब इसका स्वागत करते हैं।
सांसद रंजीत रंजन ने क्या कहा?
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने 'वन नेशन-वन इलेक्शन' पर कहा- अभी इस बिल में कई सारी खामियां हैं। हम मानते हैं कि (चुनाव के दौरान) 5 साल में कई बार ऐसा होता है कि आचार-संहिता लगाई जाती है, विकास का काम नहीं होता है लेकिन उससे ज्यादा अहम है कि लोकतंत्र का बचाव हो। राज्य का विषय और राज्य की राजनीति अलग होती है और केंद्र की राजनीति अलग होती है। हमें उनकी नीयत में खोट दिखाई दे रहा है।
संविधान पर प्रहार है ये- कल्याण बनर्जी
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' बिल पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी कहते हैं- यह संविधान के मूल ढांचे पर प्रहार करता है। यह अनुच्छेद 83 उप-अनुच्छेद 2(1) के विपरीत है। तीसरा, राज्य विधानसभा केंद्रीय संसद के वांछित सिद्धांत पर निर्भर करेगी। जब भी संसद भंग होगी, तब सभी राज्यों में चुनाव होने होंगे। राज्य विधानसभा और राज्य सरकार संसद और केंद्र सरकार के अधीन नहीं हैं। उनके अपने-अपने अधिकार क्षेत्र हैं। इसके लागू होने के बाद, यदि कोई राज्य सरकार विफल हो जाती है, तो उस राज्य के लिए शेष अवधि के लिए एक और चुनाव कराना होगा। यह एक राष्ट्र, एक चुनाव कैसे जीत सकता है? वे संवैधानिक ढांचे को बदलना चाहते हैं। यह देश में राष्ट्रपति शासन प्रणाली लाने की कोशिश कर रहा है।
यह भी पढ़े -राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलागिरी में एम्स के पहले दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया, डॉक्टरों को दी जरूरी सलाह
Created On :   17 Dec 2024 6:17 PM IST