काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूरा होने पर बोट सेवा से जुड़ेंगे वाराणसी, मिजार्पुर

Varanasi, Mizarpur to join boat service on completion of Kashi Vishwanath Corridor
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूरा होने पर बोट सेवा से जुड़ेंगे वाराणसी, मिजार्पुर
उत्तर प्रदेश काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूरा होने पर बोट सेवा से जुड़ेंगे वाराणसी, मिजार्पुर
हाईलाइट
  • काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पूरा होने पर बोट सेवा से जुड़ेंगे वाराणसी
  • मिजार्पुर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पूरा होने पर नवंबर में उद्घाटन के बाद, मिजार्पुर में वाराणसी और चुनार के बीच बोट सेवा जल्द ही विंध्याचल तक बढ़ा दी जाएगी। धार्मिक पर्यटन और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए गंगा में रो रो बोट (जहाज) सेवा के माध्यम से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को विंध्याचल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने बताया कि वाराणसी पर्यटन विभाग ने रो रो बोट सेवा के माध्यम से दो गलियारों को जोड़ने की योजना बनाई है। दो रो-पैक्स नावें, एमवी स्वामी विवेकानंद और एमवी सैम मानेकशॉ, जो 10 महीने पहले शहर में आई थीं, पहले से ही यहां गंगा में लंगर डाल रही हैं। दोनों जहाजों को रो रो नाव सेवा के लिए पेश किया गया है जो पहले ही मिजार्पुर में चुनार तक शुरू हो चुकी है, जो वाराणसी से लगभग 70 किमी दूर है।

श्रीवास्तव के अनुसार, क्रूज मार्ग के विस्तार से धार्मिक पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, यात्रा के दौरान जहाजों पर भक्तिपूर्ण माहौल बनाने के लिए संगीत प्रणाली पर भक्ति गीत बजाए जाएंगे। यह धार्मिक पर्यटकों या तीर्थयात्रियों को वाराणसी और विंध्याचल के बीच गंगा के दोनों ओर मनोरम दृश्य का आनंद लेने का अवसर भी देगा।

जैसे ही एमवी विवेकानंद नाव या एमवी सैम मानेकशॉ नाव विंध्याचल पहुंचेगी, इसे घाट पर लंगर डाला जाएगा और तीर्थयात्री विंध्याचल कॉरिडोर जाएंगे जहां वे मां विंध्यवासिनी की पूजा करेंगे और नाव पर चढ़ने से पहले काली खोह और मां अष्टभुजा मंदिर के दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि एक टूर पैकेज तैयार किया जा रहा है और जल्द ही तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को तले हुए आलू, पूरी-सब्जी और फल जैसे स्नैक्स देने की योजना है।

आरओ-पैक्स (रोल-ऑन-रोल-ऑफ-पैसेंजर-शिप) नाव एक डबल-एंडेड फेरी है जो 15-17 समुद्री मील (31.48 किमी प्रति घंटे) की औसत गति से चलती है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर 900 करोड़ से अधिक की परियोजना है और लगभग 75 प्रतिशत काम पहले ही पूरा हो चुका है। विंध्याचल कॉरिडोर योगी आदित्यनाथ सरकार की एक और महत्वाकांक्षी परियोजना है। लगभग 128 करोड़ रुपये की परियोजना के 2022 में या 2023 की शुरूआत में पूरा होने की संभावना है।

(आईएएनएस)

 

Created On :   26 Sept 2021 6:00 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story