बयान: रविशंकर प्रसाद ने कहा, अगर मार्शल नहीं आते तो उपसभापति पर शारीरिक हमला हो सकता था
- अगर मार्शल नहीं आते तो उपसभापति पर शारीरिक हमला भी हो सकता था
- तीन मंत्री रविशंकर प्रसाद
- प्रहलाद जोशी और पीयूष गोयल की प्रेस वार्ता
- राज्यसभा उपसभापति के साथ विपक्ष के बर्ताव को दुखद बताया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रहलाद जोशी और पीयूष गोयल ने प्रेस वार्ता कर राज्यसभा उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह के साथ विपक्ष के बर्ताव को दुखद बताया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर उनको वोट देना था तो उनको सीट पर जाना चाहिए था। 13 बार उपसभापति ने सांसदों को वापस सीट पर जाने के लिए अनुरोध किया था। यह संसद के लिए एक शर्मनाक दिन था। माइक टूट गया, तार टूट गया, नियम पुस्तिका फाड़ दी गई। अगर मार्शल नहीं आते तो उपसभापति पर शारीरिक हमला भी हो सकता था।
इससे पहले रविवार को राजनाथ सिंह ने बिना किसी का नाम लिए कहा था कि जहां तक मैं जानता हूं, ऐसा राज्यसभा और लोकसभा के इतिहास में कभी नहीं हुआ। राज्यसभा में होने वाली यह बहुत बड़ी घटना है। अफवाहों के आधार पर किसानों को गुमराह करने की कोशिश की गई है। जो हुआ वह सदन की गरिमा के खिलाफ था। राज्यसभा में रविवार को काफी हो-हंगामा देखने को मिला। टीएमसी के डेरेक ओब्रायन सभापति के समीप आ गए और काला कानून बताकर दस्तावेजों को फाड़ दिया। उन्हें यह भी कहते सुना गया कि आप ऐसा नहीं कर सकते। आप के सासंद संजय सिंह को भी वेल में देखा गया।
रविवार को किसान बिल पर विपक्ष ने हंगामा किया था
बता दें कि राज्यसभा में रविवार को केंद्र सरकार ने खेती से जुड़े दो बिल ध्वनिमत से पास करा लिए। राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद ये कानून बन जाएंगे। सदन में बिल पर वोटिंग के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। बाद में 12 विपक्षी दलों ने राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। करीब 100 लोगों के दस्तखत किया हुआ प्रस्ताव संसद के नोटिस ऑफिस में सबमिट किया गया। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने कहा कि राज्यसभा के उप-सभापति को लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करनी चाहिए, लेकिन इसके बजाय, उनके रवैये ने आज लोकतांत्रिक परंपराओं और प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया है।
वेंकैया नायडू ने 8 सांसदों को किया निलंबित
राज्यसभा में आज भी विपक्षी दलों के सांसदों के हंगामे का मुद्दा गूंजा। राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने सदन में हंगामा और उपसभापति हरिवंश के साथ दुर्व्यवहार करने वाले सांसदों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। राज्यसभा में रविवार को कृषि बिल पर हंगामा करने वाले आठ सांसदों को आज से एक हफ्ते के लिए निलंबित कर दिया गया है, यानी अब ये सांसद इस सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। सभापति नायडू ने उपसभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है।
Created On :   21 Sept 2020 2:24 PM GMT