रोटोमैक के मालिक विक्रम कोठारी पर शिकंजा, CBI ने मारी रेड
डिजिटल डेस्क,कानपुर। रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर बैंकों से लोन लेकर उसे ना चुकाने का आरोप है। इस मामले में उन पर CBI का शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार सुबह CBI ने कानुपर में कोठारी के 3 ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। CBI कोठारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत के बाद CBI ने मामला दर्ज किया है। इसके बाद से ही छापेमारी शुरू की गई है। फिलहाल CBI विक्रम कोठारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाला सामने आने के बाद रोटोमैक कंपनी के मालिक पर भी बैंक का लोन नहीं चुकाने का आरोप है। पहले उन पर देश छोड़कर भागने का भी आरोप था, लेकिन रविवार को उन्हें एक कार्यक्रम में देखा गया। उन्होंने कहा कि वो देश छोड़कर नहीं भागेंगे।
भारत जैसा देश नहीं : कोठारी
अपने देश छोड़ने की खबरों पर कोठारी ने कहा कि वो मैंने बैंक से लोन जरूर लिया है, लेकिन लोन चुकता नहीं करने की बात गलत है। उनका बैंक का एनसीएलटी के अंदर केस चल रहा है। विवाद का निष्कर्ष निकल आएगा। उन्होंने कहा कि मैं कानपुर का रहने वाला हूं, कानपुर में ही रहूंगा। भारत से बेहतर देश कोई नहीं है। बस बिजनेस के कारण विदेशों की यात्रा करना पड़ती है।
इन बैंकों को लगाया चूना
बता दें कि विक्रम कोठारी ने सबसे ज्यादा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 485 करोड़ का लोन लिया है। इलाहाबाद बैंक से भी कोठारी ने 352 करोड़ की रकम का कर्ज लिया था, लेकिन एक साल हो जाने के बावजद उसने बैंकों को न तो लिए गए लोन पर ब्याज चुकाया है और न लोन वापस लौटाया है। कानपुर के माल रोड के सिटी सेंटर में रोटोमैक कंपनी के ऑफिस पर पिछले कई दिनों ने ताला बंद है। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने नियम-कानून को ताक पर रखकर विक्रम कोठारी को इतना बड़ा लोन दिया।
इन बैंकों से किया करोड़ों का घोटाला
इंडियन ओवरसीज बैंक- 1400 करोड़
बैंक ऑफ इंडिया- 1395 करोड़
बैंक ऑफ बड़ौदा- 600 करोड़
यूनियन बैंक- 485 करोड़
इलाहाबाद बैंक- 352 करोड़
Created On :   19 Feb 2018 11:50 AM IST