गुजरात के कई शहरों में महसूस किए गए भूकंप के झटके
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात के कई शहरों में शनिवार शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र भरूच से 38 किमी की दूरी पर था। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई। हालांकि अब तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आई है। भूकंप के बाद लोग सतर्क हो गए और अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। काफी देर तक लोग डर के साए में रहे। बता दें कि 2001 में भी गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र में भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता 7.6 से 8 रिएक्टर स्केल तक मापी गई थी। भूकंप ने पूरे इलाके को जमींदोज कर दिया था।
Gujarat: An earthquake measuring 3.7 on the Richter scale hit Narmada district at 4.56 pm. Mild tremors were felt in Dediapada, Sagbara, Rajpipla. No casualties or damage reported.
— ANI (@ANI) April 21, 2018
पिछले महीने भी गुजरात में राजकोट जिले के हंजीयासर गांव में 4.6 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। हालांकि तब भी किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं आई थी। इससे पहले साल 2001 में गुजरात में विनाशकारी भूकंप आया था। भारत जिस वक्त 52वां गणतंत्र दिवस मना रहा था, सुबह पौने नौ बजे गुजरात का भुज भूकंप से हिल उठा। आखिरी आंकड़ों के मुताबिक कच्छ और भुज में 12,000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। भुज भूकंप के केंद्र से सिर्फ 12 किलोमीटर दूर बसा शहर है।
भचाऊ और अंजार भी बुरी तरह भूकंप में प्रभावित हुए थे। गांव के गांव मिट्टी में मिल गए, ऐतिहासिक इमारतें जमींदोज हो गईं थी। भुज में 40 फीसदी घर, आठ स्कूल, दो अस्पताल और चार किलोमीटर सड़क स्वाहा हो गए थे। भूकंप का असर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर भी पड़ा था। उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने "युद्ध स्तर पर" राहत की अपील की थी और पूरे देशवासियों से कहा था, "आपको एक साथ मिल कर इस आपदा से लड़ना चाहिए।"
Created On :   21 April 2018 9:09 PM IST