Covaxin: भारत में कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू, वॉलंटिअर्स की बॉडी पर अब तक कोई साइड इफेक्ट नहीं
- 14 शहरों में इंसानों पर ट्रायल में 'सेफ्टी एंड स्क्रीनिंग' पर जोर
- हर डेटा पर ICMR के साइंटिस्ट रख रहे नजर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में लगातार बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या के बीच एक अच्छी खबर आई है। हरियाणा के रोहतक में देसी कोरोना वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है। यहां पीजीआई में वॉलंटिअर्स के पहले ग्रुप को Covaxin की पहली डोज दी गई। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस बात की जानकारी दी। अच्छी बात ये है कि जिन लोगों पर ये ट्रायल किए गए, उन पर इस वैक्सीन का अब तक कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है।
विज ने बताया कि भारत में तैयार होने वाली कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल पीजीआई रोहतक में शुरू हो गया है। भारत बायोटैक कंपनी की ओर से तैयार किए गए Covaxin का सफल प्रयोग चूहों और खरगोश पर किया जा चुका है। इसके बाद इंसानों पर इसका प्रयोग शुरू किया गया है। अनिल विज के मुताबिक यह वैक्सीन जिन लोगों को दी गई है उनमें अब तक कोई कुप्रभाव नहीं दिखा है।
Human trial with Corona vaccine (COVAXIN) of Bharat Biotech started at PGI Rohtak today. Three subjects were enrolled today. All have tolerated the vaccine very well. There were no adverse efforts.
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) July 17, 2020
18 से 55 साल की उम्र के वॉलंटियर्स को दिया जा रहा डोज
विज ने बताया कि 18 से 55 साल की उम्र वाले स्वस्थ लोगों को यह वैक्सीन दो डोज में दी जानी है। फेज 1 ट्रायल में दूसरी डोज 14वें दिन पर दी जाएगी। टोटल 1,125 वॉलंटियर्स पर स्टडी होनी है जिसमें से 375 पहले फेज में शामिल होंगे और 750 दूसरे फेज में। टेस्ट के बीच में 4:1 का रेशियो होगा। यानी अगर 4 मरीज को वैक्सीन दी जाएगी तो एक को सिर्फ देने का नाटक किया जाएगा। इसे साइकॉलजी में placebo कहते हैं।
14 शहरों में होंगे ह्यूमन ट्रायल "सेफ्टी एंड स्क्रीनिंग" पर जोर
इस वैक्सीन का ट्रायल देश में अलग-अलग शहरों के 14 रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में किया जा रहा है। इन शहरों में नई दिल्ली, रोहतक, हैदराबाद, विशाखापट्नम, पटना, कानपुर, गोरखपुर, भुवनेश्वर, चेन्नई और गोवा शामिल हैं। पटना एम्स में चार दिन पहले ट्रायल शुरू हो चुका है। शुरुआती डोज कम रहेगी। ट्रायल में यह देखा जाएगा कि वैक्सीन देने से किसी तरह का खतरा तो नहीं है, उसके साइड इफेक्ट्स क्या हैं। कोविड-19 के अलावा लिवर और फेफड़ों पर कैसा असर हो रहा है, यह भी जांच की जाएगी। इसीलिए पहले फेज को "सेफ्टी एंड स्क्रीनिंग" कहा गया है।
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 10 लाख के पार
भारत में कोरोना का संक्रमण अब 10 लाख के आंकड़े को पार कर चुका है। मौतों का आंकड़ा भी 25 हजार को पार कर चुका है। 17 जुलाई को सामने आए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना के नए मामलों की संख्या करीब 35 हजार है, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इन नए केस के बाद भारत में संक्रमण का कुल आंकड़ा 1,003,832 हो गया है। इस आंकड़े के साथ ही भारत अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरा ऐसा देश बन गया है, जहां कोरोना का आंकड़ा 10 लाख के पार हुआ है। इन आंकड़ों में सबसे बड़ी हिस्सेदारी महाराष्ट्र की है। उसके बाद नंबर तमिलनाडु का है और तीसरे नंबर पर दिल्ली है।
Created On :   17 July 2020 5:36 PM IST