राजस्थान निकाय चुनाव में कांग्रेस की जीत, 49 में से 37 पर जमाया कब्जा
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए निकाय चुनाव के परिणाम अच्छे नहीं रहे। निकाय चुनाव में कांग्रेस ने कुल 49 निकायों में से 37 पर अपने चेयरमैन और मेयर बनाने में सफल रही है। तीन निकायों में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों को बराबर वोट मिले। इसके बाद फैसला लॉटरी से करना पड़ा। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है।
भरतपुर नगर निगम के परिणाम तो बेहद चौंकाने वाले नजर आए। यहां 51 वोट लेकर कांग्रेस के अजीत कुमार ने मेयर पद पर जीत हासिल की। यहां भाजपा के कई पार्षदों ने क्रांस वोटिंग की। अजीत कुमार जाटव पिछले लोकसभा चुनाव में अंदर भरतपुर से हार गये थे, लेकिन अब जोड़तोड़ करके मेयर बन गए।
अलवर में नगर परिषद में मतदान करने पहुंचे 6 कांग्रेस पार्षदों के पास हिडन कैमरे निकले। इसकी खबर जब विपक्षी पार्टी के लोगों को लगी तो वहां हंगामा हो गया। इसके बाद सभी पार्षदों की चैकिंग की गई। वहीं चैकिंग के दौरान के भाजपा पार्षद के पास 3 लाख रुपए के नोटों की गड्डी मिली। हांलाकि पार्षद के पास 3 लाख रुपए कहा से आये पुलिस अभी जांच कर रही है।
2014 के निकाय चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो कांग्रेस और भाजपा के वोटों में 11.06 प्रतिशत का ही अंतर रहा है। कुल 46 निकायों के अंदर कुल 42.19 लाख वोट पड़े। कुल वोटों में से 17.54 लाख बीजेपी को पड़े वहीं कांग्रेस को 12.88 लाख वोट मिले, जबकि अन्य को 11.76 लाख वोट मिले।
बीजेपी ने कांग्रेस के मुकाबले 4,66,000 वोट ज्यादा प्राप्त किए। पहले चरण के 49 निकाय चुनावों में कुल 23,72,475 वोट मिले। कांग्रेस को 8 लाख और बीजेपी को 7 लाख 86 हजार वोट मिले। वहीं निर्दलीय को 7 लाख वोट मिले। कांग्रेस के 961 पार्षद जीते तो वहां बीजेपी के 737 पार्षद जीते।
राजस्थान में भाजपा के खराब प्रदर्शन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने चुनाव में कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाया। पूनियां ने कहा कि सत्ता और बल के प्रयोग से पार्षदों की खरीद फरोख्त की गई। इतना ही नहीं पूनियां ने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव को खरीद फरोख्त की मंडी बनाकर रख दिया।
Created On :   28 Nov 2019 4:47 AM IST