सुमित्रा ताई ने कहा - करकरे ने गलत किया है तो बोलने में हर्ज नहीं, दिग्विजय ने किया पलटवार
- भोपाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का हाल जानने भोपाल पहुंची सुमित्रा महाजन। साध्वी प्रज्ञा भी पार्टी कार्यालय में ताई से मिलने पहुंची।
- लोकसभा स्पीकर के बयान आते ही दिग्विजय सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी
- लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर शंका जाहिर की।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मुंबई में 26 /11 के आतंकी हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। साध्वी प्रज्ञा के बाद अब लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हेमंत करकरे की शहादत पर शंका जाहिर की है। महाजन ने कहा है कि हेमंत ड्यूटी के समय शहीद हो गए थे इसलिए वह शहीद हैं, लेकिन अगर पुलिसवाले के तौर पर उन्होंने कुछ गलत किया है तो हमें उसे गलत बताना होगा। उनके बयान के बाद सियासी गलियारों में तल्खी बढ़ गई है। साथ ही सुमित्रा ने भोपाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और हेमंत करकरे पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया। बता दें कि सुमित्रा ताई मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल गौर से मिलने पहुंची थी।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के बयान के बाद सियासत गर्मा गई है। भोपाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर का हाल जानने भोपाल पहुंची सुमित्रा महाजन ने मीडिया से बात की, इस दौरान भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा भी सुमित्रा ताई से मुलाकात करने भाजपा कार्यालय पहुंची। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुमित्रा महाजन ने कहा कि अगर वह(हेमंत करकरे) शहीद बने क्योंकि उनकी मौत ड्यूटी के समय हुई, लेकिन अगर पुलिसवाले रहते हुए उन्होंने कुछ गलत किया है तो उसे गलत बोलना होगा।
सुमित्रा महाजन ने दिग्विजय सिंह और शहीद हेमंत करकरे पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने सुना है करकरे और सिंह काफी करीबी थे और एटीएस प्रमुख ने सिंह के कहने पर ही गिरफ्तारियां की थीं।
दिग्विजय सिंह ने किया पलटवार
लोकसभा स्पीकर के बयान आते ही दिग्विजय सिंह ने भी अपनी ओर से प्रतिक्रिया पेश कर दी। भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मुझे बहुत गर्व है कि आपने मुझे अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ जोड़ा, हो सकता है कि आपके दोस्त उनका अपमान करें, लेकिन मुझे गर्व है कि मैं हमेशा उनकी तरफ रहा जो देशहित और एकता की बात करते हैं। इसके साथ ही दिग्विजय ने लिखा कि "सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा ख़िलाफ़ रहा हूँ। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझमें सिमी और बजरंग दल दोनों को बैन करने की सिफ़ारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।" खबर है कि दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद सुमित्रा महाजन खासी नाराज हो गई हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं दिग्विजय से बात करूंगी।
सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप मुझे जोड़ती हैं।आपके साथी उनका अपमान भले ही करें, मुझे गर्व है कि मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूँ। https://t.co/6vD0i0UZF2
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2019
Created On :   30 April 2019 5:38 PM IST