UP: ठेले पर भुट्टा देख रुके अखिलेश, मोलभाव करते हुए कहा- बहुत महंगा दे रहे हो
- उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव शनिवार को बाराबंकी पहुंचे
- बाराबंकी यात्रा के दौरान गर्मा गर्म भुट्टे का भी आनंद भी लिया
- महादेवा मंदिर में भगवान शिव की आरती और पूजा अर्चना की
- रानीगंज में जहरीली शराब काण्ड के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की
डिजिटल डेस्क, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को बाराबंकी में सड़क किनारे भुट्टे का आनंद उठाते नजर आए। उन्होंने भुट्टेवाले से दाम पूछा और मोलभाव करते हुए कहा- बहुत महंगा दे रहे हो। अखिलेश ने फिर 10 रुपए में भुट्टा खरीदकर खाया। दरअसल अखिलेश शनिवार को बाराबंकी के दौरे पर थे। उन्होंने यहां रानीगंज गांव में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिवारों से मुलाकात की।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज बाराबंकी के रामनगर विधानसभा क्षेत्र के रानीगंज गंाव में जहरीली शराब काण्ड के पीड़ित परिवारों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की।https://t.co/pa9MurVF3u pic.twitter.com/xmDA1sofYA
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) June 8, 2019
रानीगंज से लौटते समय अखिलेश अलग अवतार में दिखे। वे महादेवा मंदिर गए और भगवान शिव की पूजा अर्चना की। बाराबंकी से लौटने के दौरान अखिलेश ने गर्मा गर्म भुट्टे का आनंद लिया। अखिलेश का काफिला जैसे ही रामनगर इलाके की केसरीपुर रेलवे क्रासिंग पर पहुंचा, उनका काफिला अचानक रुक गया। अखिलेश सड़क के किनारे ठेले पर भुट्टा बेच रहे एक व्यक्ति को देख कर रुके थे। उन्होंने ठेले वाले से भुट्टे की किस्म पूछते हुए कहा, यह भुट्टा कहां का है। ठेले वाले ने जवाब दिया बहराइच का है।
ये भुट्टा खरीद कर खाना तो एक बहाना है... असली मकसद तो मेहनतकश का हौसला बढ़ाना है. pic.twitter.com/qDsuhcusaP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 9, 2019
अखिलेश ने पूछा कितने में बेच रहे हो। ठेले वाले ने जवाब दिया दस रुपये में। इस पर अखिलेश ने कहा, बहुत महंगा दे रहे हो। अगर मीठा नहीं हुआ तो इसकी वापसी तो होगी नहीं। बाद में अखिलेश ने दस रुपए में एक भुट्टा लिया और गाड़ी में बैठ कर खाने लगे। अखिलेश में भुट्टा खरीदते हुए एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, भुट्टा खरीद कर खाना तो एक बहाना है, असली मकसद तो मेहनतकश का हौसला बढ़ाना है।
बाराबंकी और सीतापुर में सरकारी दुकान से खरीदी गयी ज़हरीली शराब का शिकार बने लोगों की मृत्यु किसी हत्या से कम नहीं है. सरकार को अपनी ज़िम्मेदारी स्वीकार करते हुए पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देनी चाहिए.
दुखद क्षणों में पीड़ित परिवार के साथ. pic.twitter.com/hLGFlR1uAe
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 8, 2019
बाराबंकी के रानीगंज गांव पहुंचे अखिलेश ने जहरीली शराब पीकर मरने वालों के परिवार के लिए 20-20 लाख रुपये मुआवजे की मांग की। अखिलेश ने कहा, जहरीली शराब सरकारी ठेके की थी, उन्होंने आरोप लगाया बीजेपी का शराब माफियाओं से साठगांठ का ये नतीजा है कि लोग जहर पीकर मर रहे हैं।
Created On :   9 Jun 2019 12:46 PM IST