स्वतंत्रता दिवस 2024: इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने दोस्तों और परिवार को करें देशभक्ति से जुड़े इन टेक्स्ट्स के साथ विश

इस स्वतंत्रता दिवस पर अपने दोस्तों और परिवार को करें देशभक्ति से जुड़े इन टेक्स्ट्स के साथ विश
  • 15 अगस्त पर ऐसे करें विश
  • इन मैसेजेस से लें मदद

डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया के इस दौर में कोई भी त्योहार जितना हम घर में सेलिब्रेट करते हैं उतना ही हम लोग सोशल मीडिया पर भी करते हैं। आज के जमाने में सारे ही त्योहार सोशल मीडिया के बिना त्योहार अधूरा सा लगता है। मैसेज के माध्यम से ही हम अपने अपनों से दूर रह कर भी खुशियां बांट सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस को आने में अब कुछ ही दिनों का समय बाकी है। पूूरे देश में इसे मनाने की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। यह दिन हमारे देश के लिए गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक है। इस दिन हमारे देश के वीर सपूतों ने भारत को अंग्रेजों की 200 साल पूरानी कैद से आजादी दिलाई थी। आजादी के इस पावन मौके पर आप अपने दोस्तों और परिवार को ये मैसेजेस भेज कर विश कर सकते हैं।

1. "मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ

यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफन मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

2. न मरो सनम बेवफा के लिए,

दो गज जमीन नहीं मिलेगी दफ़न होने के लिए,

मरना हैं तो मरो वतन के लिए,

हसीना भी दुप्पट्टा उतार देगी तेरे कफन के लिए

3. चलो फिर से आज वह नजारा याद कर ले,

शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले,

जिसमे बहकर आजादी पहुंची थी किनारे पे,

देशभक्तो के खून की वो धारा याद करले।

4. कुछ नशा तिरंगे की आन का हैं,

कुछ नशा मातृभूमि की शान का हैं,

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,

नशा ये हिन्दुस्तान की शान का हैं

भारत माता की जय

5. वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,

रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई,

दिल हमारे एक है एक है हमारी जान,

हिंदुस्तान हमारा हैं हम हैं इसकी शान।

6. मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ

यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,

मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,

तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।

7. क्यों मरते हो यारो सनम के लिए

ना देगी दुपट्टा कफन के

लिए मरना है तो मरो “वतन”के लिए “तिरंगा”तो मिले कफन केलिए

स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो!!

8. भारत का वीर जवान हूँ मैं,

ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,

जख्मो से भरा सीना हैं मगर,

दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,

भारत का वीर जवान हूँ मैं।

9. संस्कार, संस्कृति और शान मिले

ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले

रहे हम सब ऐसे मिल-जुल कर

मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान् मिले।

10. कुछ नशा तिरंगे की आन का हैं,

कुछ नशा मातृभूमि की शान का हैं,

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,

नशा ये हिन्दुस्तान की शान का हैं.

भारत माता की जय

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   5 Aug 2024 1:44 PM IST

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