स्टडी: बदल रहा है हमारे चेहरे का आकार, जानें इसकी वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में वैज्ञानिकों ने इंसानी चेहरे पर रिचर्स की, जिसमें यह सामने आया कि हमारा चेहरा धीरे धीरे सिकुड़ता जा रहा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हम जैसे-जैसे प्रॉसेस्ड फूड खाते जा रहे हैं, वैसे वैसे हमारे चेहरे के आकार में परिवर्तन आ रहा है। आर्कियॉलजिस्ट की एक इंटरनैशनल टीम ने ह्मयून फेस का इवॉल्यूशन देखा जो कि 100,000 सालों में धीरे-धीरे पतला होता गया है।
इसलिए आया चेहरे में बदलाव
बताया जाता है कि निएंडरथल और मंकीज का माथा उभरा हुआ होता था साथ में उनका चेहरा चौड़ा और दांत बड़े होते थे। हमने जब खाना पकाना शुरू किया तो हमारा चेहरा संकरा होना शुरू हो गया, इसका मतलब है कि हमें शक्तिशाली जबड़ों और दांतों की जरूरत कम पड़ने लगी।
यॉर्क और हॉल यूनिवर्सिटीज द्वारा किए गए इस शोध में पुराने अफ्रीकी मानवों के चेहरे से लेकर मॉडर्न चेहरों के बदलावों को देखा। यॉर्क यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पॉल का कहना है कि "इस समय की सॉफ्ट डायट से मानव चेहरे धीरे-धीरे साइज में छोटे होते जा रहे हैं।" साथ ही यह बात भी सामने आई है कि मानव चेहरा कितना बदल सकता है, इसकी भी लिमिट है। हालांकि सांस लेने के बड़ी नेजल कैविटी की जरूरत होती है।
चेहरे से 20 तरह के इमोशंस जाहिर किये सकते हैं
वैज्ञानिकों का कहना है कि हम जैसे-जैसे शिकारी से किसान बनते गए, और मक्का, गेहूं उगाने लगे और रोटी खाने लगे वैसे-वैसे हमारा चेहरा सिकुड़ता गया। हमारे चेहरे का विकास हुआ, ताकि हम आईब्रोज से ज्यादा से ज्यादा एक्सप्रेशंस दे सकें।
प्रोफेसर पॉल बताते हैं, "हम जानते हैं कि डायट, सांस लेने की प्रक्रिया और क्लाइमेट के चलते वर्तमान मनुष्यों का चेहरा ऐसा हुआ है, लेकिन इन्हीं के आधार पर विकास की व्याख्या कर देना ज्यादा हो जाएगा।" हम अपने चेहरे की मसल्स की कॉन्ट्रैक्शन और रिलेक्सेशन के जरिए 20 तरह के इमोशंस जाहिर कर सकते हैं। हमारे पूर्वज मानव ऐसा करने में सक्षम नहीं थे। उनके चेहरे का शेप और मसल्स की पोजिशन अलग थी।
Created On :   21 April 2019 6:28 AM GMT