क्या गर्मियो में आपका भी सुखता है मुंह, तो हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शरीर में पानी की कमी के कारण मुंह सूखना आम बात मानी जाती है। पर यह कभी-कभी बहुत बड़ी बीमारी की शुरुआत हो सकती है। इसके लिए हमें अपने शरीर में होने वाले बदलाव की ओर ध्यान देनी की जरुरत है। आइए जानते है, इससे होने वाली बीमारीयों के बारे में।
विशेषज्ञों का कहना है कि जब आपके शरीर के किसी हिस्से में दर्द होती है तो उसके संकेत बाकी जगहों पर दिखने लगते है। मुंह का बार-बार सूखना यह किसी बड़े रोग की शुरुआत भी हो सकता है। आपका मुंह बहुत ज्यादा सूखता है तो आपको स्ट्रोक, डायबिटीज या अल्जाइमर बीमारी के लक्षन हो सकते हैं। मुंह का सूखना इन बीमारियों का संकेत देता है।
अल्जाइमर - अल्जाइमर भूलने की बीमारी है। इस बीमारी में याददाश्त की कमी होना, निर्णय न ले पाना और बोलने में दिक्कत होती है। इसकी वजह से आप सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं का सामना नहीं कर पाते हैं।
स्जोग्रेन सिंड्रोम- स्जोग्रेन सिंड्रोम में आंख, मुंह और शरीर के अन्य हिस्सों को नम और चिकना रखने वाली ग्लैंड्स को नष्ट कर देती है। इस कारण से, आंखों में सूखापन आता है।
डायबिटीज- डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है। या इंसुलिन का पुरी तरीके से उपयोग नहीं कर पाता है। तब शरीर में शुगर अधिक बढ़ जाता है।
स्ट्रोक- जब इंसान के सिर में बल्ड पूरी तरह से नहीं पहुंच पाता है तब मस्तिष्क में स्ट्रोक आते है, लेकिन कुछ केसेज में यह रीढ़ की हड्डी में भी हो सकता है। इसे स्ट्रोक कहते है।
एचआईवी- इसमें सिर दर्द, बुखार, त्वचा पर असर और शरीर पर दाग दब्बे आ जाते हैं। इसका सही इलाज एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी या दवाईओं से किया जाता है।
मुंह सूखना एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सलाइवरी ग्लैंड्स मुंह की नमी को बनाए रखने के लिए बराबर मात्रा में सलाइवा का पैदा नहीं कर पाता है। सलाइवा ओरल हेल्थ बनाने में अहम भूमिका निभाता है। यह बैक्टीरिया द्वारा बनाए गए एसिड को पोषक तत्व में बदलने का काम करता है।
मुंह सूखने के लक्षण
बोलने, निगल और चबाने में दिक्कत
मुंह के अंदर चिपचिपा पन महसूस होना
टेस्ट न समझना
गाढ़ा सलाइवा
सांसों से बदबू आना
जीभ में सूखापन
गले में खराश
मुंह में छाले आना
मसूड़ों में समस्या
आपको इन बीमारियों से बचने लिए नियमित रूप से डेंटल चेकअप करना चाहिए। यह चेकअप हर 6 महीने में करना जरूरी है। इससे आप की तबीयत अच्छी रहेगी। आपको किसी भी तरीके की बीमारी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Created On :   12 May 2022 4:06 PM IST